आगरा । एटा जनपद के थाना जसरथपुर से सपा नेता एवं अलीगंज के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव तथा उनके अनुज जैथरा के पूर्व ब्लाक प्रमुख रामनाथ यादव की हिस्ट्रीशीट गायब हो गई।
मामले की जांच के दौरान तत्कालीन मुंशी को दोषी पाया गया, उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज करा दी गई है। मुंशी वर्तमान में हाथरस जनपद में तैनात है।
खोली गई थी हिस्ट्रीशीट
वर्ष 2014 में जनपद के सभी थानों में हिस्ट्रीशीटरों का एचएस खाका खंगाला गया था तथा हिस्ट्रीशीट खोली गईं थीं। इसके बाद पूरा खाका गायब हो गया मगर किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया।
15 दिन पूर्व फिर से हिस्ट्रीशीटरों की एचएस मांगी गई तो जसरथपुर थाने में सिर्फ एक फोटो कापी ही मिली, मूल खाका गायब था। एचएस खाका में पूर्व में दर्ज कराए गए मुकदमों की प्रत्येक जानकारी दर्ज होती है अपराधी के खिलाफ जब कोई नया मुकदमा दर्ज होता है तो इसी एचएस खाका में उसे जोड़ दिया जाता है और मुकदमों की संख्या एचएस में बढ़ जाती है। सपा नेताओं के खिलाफ जसरथपुर थाने में भी कुछ हाल ही में मुकदमे दर्ज हुए हैं जिन्हें भी एचएस में समाहित करना था।
मामला जब अधिकारियों के संज्ञान में आया तो एसएसपी उदयशंकर सिंह ने मामले की जांच सीओ अलीगंज को सौंपी। उन्होंने थाने पर जाकर जांच-पड़ताल की तो एचएस खाका की जगह सिर्फ एक फोटो कापी ही मिली। तब पता किया गया कि 2014 में मुंशी रामवीर सिंह तैनात था, जो वर्तमान में हाथरस जनपद में तैनात है। जांच में उसे दोषी पाया गया।
जसरथपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार ने मुंशी के खिलाफ जरूरी सरकारी अभिलेख गायब करने का मुकदमा दर्ज कराया है। मुंशी फिरोजाबाद जनपद के एका का रहने वाला है।
बता दें कि पूर्व विधायक के खिलाफ गैंगस्टर तथा जमीनों पर अवैध कब्जे के मामले दर्ज हैं, जबकि उनके भाइयों पूर्व ब्लाक प्रमुख रामनाथ यादव तथा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव के खिलाफ भी एफआइआर पहले से ही दर्ज हैं।
जसरथपुर थाने से अलीगंज के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके अनुज पूर्व ब्लाक प्रमुख रामनाथ यादव का एचएस खाका वर्ष 2014 में गायब हो गया। उस समय तैनात रहे मुंशी रामवीर सिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है। जांच के दौरान मुंशी दोषी पाया गया था। साभार जेएनएन।
- राजकुमार, सीओ अलीगंज
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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