जौनपुर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट अमृत सरोवर योजना को धरातल पर अमलीजामा पहनाने में पूर्वांचल का जलवा है।
दस जून तक के परफार्मेंस के आधार पर बनीं प्रदेश की शीर्ष दस सूची में पूर्वांचल के दो जिले शामिल हैं। इसमें जहां जौनपुर टाप पर है तो मऊ ने पांचवीं रैंक हासिल की है। जौनपुर में 547 अमृत सरोवर चिह्नित किए गए हैं। इसमें 105 का जीयो टैग किया गया है। इसमें 121 सरोवरों पर काम चल रहा है तो वहीं मऊ में 137 में से 43 की जीयो टैगिंग की गई है। इसमें 76 सरोवरों पर काम चल रहा है। दस जून तक के परफार्म के आधार पर प्रदेश सरकार ने सूची तैयार की है। जल संचयन के लिए लागू अमृत सरोवर योजना अब धरातल पर साकार रूप लेने लगी है। प्रदेश सरकार ने इसके लिए प्रत्येक जिलों को 75-75 सरोवर तैयार करने का निर्देश दिया था। इसके इतर जनपदों में अधिकाधिक संख्या में एक एकड़ से बड़े आकार के पोखरे व तालाब चिह्नित किए जाने लगे। सरकार का लक्ष्य है कि बारिश से पहले सरोवर के कच्चे काम पूरे कर लिए जाएं ताकि बारिश में केवल पक्के कामों को ही कराना हो। अमृत सरोवर को वृहद व सुंदर रूप प्रदान करने के लिए कई काम किए जा रहे हैं। एक तरफ जहां सरोवर तैयार होगा वहीं बगल में अमृत वन इसकी भव्यता को बढ़ायेंगे। औषधीय पौधों के बीच आमजन को एक बेहतर माहौल देने की कोशिश है। अमृत सरोवर योजना का शासन प्रतिदिन समीक्षा कर रहा है।
प्रदेश की शीर्ष दस रैकिंग
जनपद का नाम - चिह्नित संख्या - जीयो टैगिंग - चल रहे कार्य
1- जौनपुर 547 105 121
2- अलीगढ़ 170 41 91
3- सिद्धार्थ नगर - 257 - 42 - 87
4- बहराइच - 163 - 22 - 77
5- मऊ - 137 - 43 - 76
6- बिजनौर - 133 - 26 - 75
7- हमीरपुर - 143 - 02 - 75
8- इटावा - 84 - 07 - 65
9- बलरामपुर - 399 - 70 - 62
10- कानपुर नगर - 112 - 16 - 62
----------------------------
अमृत सरोवर की 10 जून तक जारी प्रदेश की सूची में जनपद 5वें नबर पर है, जो सुखद है। सभी खंड विकास अधिकारियों आदि कर्मियों के सहयोग से सूची में आगे और आगे बढ़ने का लक्ष्य है। अमृत सरोवर का निर्माण पूरी पारदर्शिता से कराया जायेगा। साभार जेएनएन।
- उपेंद्र पाठक, डीसी मनरेगा।
![]() |
डीसी मनरेगा, उपेंद्र पाठक |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
إرسال تعليق