बेतिया । जिले में हत्या लूट अपहरण जैसे जघन्य वारदातों को अंजाम देने वाला नरकटियागंज के प्रकाशनगर निवासी कुख्यात वीरेंद्र ठाकुर उर्फ गोरख ठाकुर की हत्या लखनऊ स्थित उसके आवास पर गोली मारकर कर दी गई है।
नरकटियागंज से उसके स्वजन लखनऊ के लिए निकल गए हैं। उसका भाई लालू ठाकुर ने बताया कि गोरख का मोबाइल बंद आ रहा है। हम लोग लखनऊ जा रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर उसको गोली मारने की सूचना भी चल रही है। वहीं शिकारपुर थानाध्यक्ष अजय कुमार का कहना है कि इस तरह की सूचना अभी नहीं मिली है।
पता किया जा रहा है। बताया जाता है कि शनिवार की सुबह में लखनऊ नीलमथा प्राइमरी स्कूल के पीछे उसके आवास पर दिनदहाड़े तीन अपराधियों ने घर में घुसकर गोरख की गोली मारकर हत्या कर दी । मृतक के नजदीकी लोगों ने बताया कि घटना के समय उसकी पत्नी और बच्चों को हमलावरों ने एक कमरे में बंद कर दिया था। उसके बाद आसानी से वहां से फरार हो गए। उसकी पत्नी खुशबून तारा ने बताया कि बाइक सवार तीन लोग फायरिंग करते हुए आए। मुझे और बच्चों को घर में बंद कर दिया। फिर वीरेंद्र पर फायरिंग करने लगे। सिर और गर्दन में गोली लगने से उसकी मौत हो गई।
बता दें कि वह एक दशक से लखनऊ में रह रहा था। वहां रेलवे में ठिकेदारी करता था। अपनी पहली पत्नी को छोड़कर दूसरी शादी भी कर ली थी। वर्ष 2018 में भी उसपर लखनऊ के आलमबाग में जानलेवा हमला हुआ था, जिसमें उसे गोली लगी थी। उसके बाद वह अस्वस्थ रहने लगा था। इस घटना के बाद से वह निजी सुरक्षा गार्ड भी रखा था। नरकटियागंज के कई लोगों का उससे संपर्क अभी भी था। घटना के साथ अपराध के एक अध्याय का अंत हो गया। नरकटियागंज में गट्टू चौरसिया हत्याकांड के अलावे कुछ अन्य हत्या, अपहरण, लूट, शिकारपुर थाना के सुगौली शराब कांड समेत 23 मामले उसके खिलाफ दर्ज हैं। शिकारपुर और रेल थाना में सबसे अधिक मामले दर्ज हैं। करीब सात साल पहले कुख्यात रंभू राम की हत्या के बाद वह स्थाई रूप से लखनऊ रहने लगा था। साभार जेएनएन।
![]() |
वीरेंद्र ठाकुर, फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
إرسال تعليق