जौनपुर। डीआईओएस कार्यालय में अनियमितता की शिकायत पर डीएम मनीष कुमार वर्मा ने बृहस्पतिवार कार्यालय का निरीक्षण किया। करीब एक घंटे तक वह कार्यालय में रहे। इस दौरान उन्होंने उपस्थिति पंजिका का भी निरीक्षण किया।
अनुपस्थित मिले कर्मचारियों का वेतन काटने का निर्देश दिया। दूसरे जनपदों से स्थानांतरित होकर आए पटल सहायकों को पटल का काम समय से निबटाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कार्य में किसी तरह की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी।
बृहस्पतिवार को डीएम करीब 12 बजे डीआईओएस कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे।
इस दौरान शिक्षक के प्रदेश अध्यक्ष रमेश सिंह ने शिक्षकों के एनपीएस का भुगतान नहीं किए जाने की समस्या से डीएम को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि कार्यालय में मनमानी तरीके से काम किया जा रहा है। एनपीएस का भुगतान रोकने की शिकायत पर उन्होंने कहा कि लेखा के खिलाफ प्रस्ताव बनाकर दे उस पर कार्रवाई की जाएगी। बीएसए के लेखा से काम लेने की बात कही।
डीएम के निरीक्षण के दौरान कार्यालय में अफरा तफरी का माहौल रहा। शिक्षक नेता रमेश सिंह ने चार विद्यालय के शिक्षकों का वेतन रोकने के मामले से भी डीएम को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि कार्यालय में कई बाबू जो दूसरे जनपदों से स्थानांतरित होकर आएं है वह कार्यभार ग्रहण नहीं किए हैं। जिसके चलते कामकाज बाधित चल रहा है।
डीएम ने कार्यालय का सीसीटीवी कैमरा ठीक कराने और कार्यालय में आने वाले लोगों को नाम और मोबाइल नंबर अंकित कराने को कहा। इसके बाद डीएम जीजीआईसी के निरीक्षण करने पहुंचे। यहां चल रहे बच्चों के तायक्वांडो प्रशिक्षण को देखा। उन्होंने होमगार्ड कमांडेड को निर्देशित किया कि दो होमगार्ड की नियमित रूप से डयूटी गेट पर लगाई जाए।
जिससे कालेज कैंपस में बाहरी लोग व गाडि़यां प्रवेश न कर पाएं। सूचना विज्ञान अधिकारी एवं ईडीएम को निर्देश दिया कि कंप्यूटर कक्ष का निरीक्षण कर सभी कंप्यूटरों को क्रियाशील करें। इस अवसर पर बीएएसए डा. गोरखनाथ पटेल, रमेश यादव आदि उपस्थित रहे। साभार ए. यू।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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