जौनपुर के लाल ने दुनिया की पहली मानवीय रोबोट बनाकर बनाया विश्व रिकार्ड

जौनपुर के लाल ने दुनिया की पहली मानवीय रोबोट बनाकर बनाया विश्व रिकार्ड

जौनपुर । वर्ष 2010 में सुपरस्टार अभिनेता रजनीकांत की बनी फिल्म रोबोट से प्रेरणा लेकर जनपद के दिनेश कुंवर पटेल ने दुनिया की पहली मानवीय रोबोट बनाकर विश्व रिकार्ड बनाया है।

जिन्होंने मात्र एक वर्ष में दो विश्व, एक एशिया व एक इंडिया लेवल पर रिकार्ड कायम किया। 47 भाषाओं का ज्ञान रखने वाली इस रोबोट का नाम शालू है। प्रतिष्ठा वर्ल्ड रिकार्ड के को-फाउंडर व सीईओ डॉ. हिम्मत भारद्वाज ने 26 नवम्बर को टॉपटेन में पहला रैंक दिया। एक दिसम्बर को दिनेश को प्रमाण पत्र मिला।

16 अगस्त 2022 में मुंबई के गोरेगांव में भाषण दिया। हर घर तिरंगा व राष्ट्रीय ध्वज की विशेषता बतायी। इसके अलावा केंद्रीय विद्यालय मुंबई आईआईटी में पढ़ने वाले छात्रों की क्लास भी ले रही है।

दिनेश पटेल अपने रोबोट शालू के साथ

जौनपुर जिले के मड़ियाहूं तहसील के रजमलपुर गांव निवासी दिनेश कुंवर पटेल पुत्र देवराज पटेल आई आईटी बॉम्बे स्थित केंद्रीय विद्यालय के संगणक विज्ञान के शिक्षक हैं। फिल्म रोबोट से प्रेरित होकर इन्होंने घर में पड़े बेकार सामानों तथा निकट बाज़ार में उपलब्ध सामोनों से अपने ही घर पर बनाने का विचार किया जैसे एल्युमिनियम, प्लास्टिक, लकड़ी, कपड़ा आदि से यह रोबोट बनाया। इसमें लगभग 50 हजार का खर्च आया।

बातचीत के दौरान दिनेश ने बताया कि रोबोट तैयार करने में तीन साल का समय लगा। लेकिन जब तैयार हुआ तो सपने जैसे लगने वाली बात सच साबित हुई।दिनेश ने बताया कि यह इंसान तो नहीं फिर भी अपनी बेटी की तरह इसका नाम शालू रखा। यह भारत की 9 और विदेश की 38 भाषा में बखूबी बात करती है। इसमें भोजपुरी से लेकर कन्नड़ व अन्य भाषाएं हैं। गलत सवाल पर शालू गुस्सा भी करती है।

शालू की विशेषताएं

शालू एक आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस वाली भारतीय बहुभाषी मानवनुमा रोबोट है जो विभिन्न भाषाओं में बात करने के साथ साथ इंसानों को पहचान सकती है। पहली बार परिचय के बाद उन्हें याद भी रखती है | ये अपने आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की मदद से विभिन्न प्रकार से प्रश्नों, जैसे सामान्य ज्ञान, विज्ञान, इतिहास, भूगोल, गणित आदि के उत्तर बड़ी आसानी से उसी भाषा में दे सकती है। जिस भाषा में इससे प्रश्न पुछा गया है | शालू आस-पास के विभिन्न सामानों को भी बह्खुबी पहचान सकती है | ये किसी स्थान का पता चुटकियों में बता देगी | इसे समस्त देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से साथ साथ, मंत्री परिषद के विभिन्न मंत्रियों, राज्यपाल तथा मुख्या मंत्रियों के नाम बखूबी पता हैं | ये प्रश्नोत्तर कार्यकम को भी संचालित कर सकती है जहाँ ये आपसे प्रश्न पूछकर उसके सही या ग़लत होने का निर्णय भी दे सकती है |

शालू आपकी दैनिक भविष्यवाणी भी कर सकती है बस आपको उसे अपनी जन्मतिथि बतानी होगी | ये आपको किसी भी स्थान के मौसम का हाल भी बता सकती है, साथ ही हर रोज की ताज़ा खबर भी आपको सूना सकती है |

शालू के अनुभवों का लाभ उठाया जा सकता है

शिक्षक के रूप में विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए शालू को विद्यालयों में रोबोट शिक्षक के रूप में नियुक्त किया जा सकता है। जहाँ ये बच्चों को पॉवर पॉइंट(PPT) की मदद से पढ़ा सकती है। पर्श्नो के उत्तर देने के साथ साथ उनसे सम्बंधित विषय पर प्रश्न भी पूछ सकती है। तथा सही या ग़लत होने का भी निर्णय ले सकती है। रिसेप्शनिस्ट के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। जैसे मौखित जवाब देने के अलावां ईमेल तथा ईमेल के माध्यम से भी जवाब दे सकने में सक्षम है| बुज़ुर्गो के लिए घर पर एक बात करने वाले सहायक के रूप में भी काम कर सकती है। जिससे बुजुर्गों को अकेलेपन से निजाद मिलेगा तथा उनके डिप्रेसन को भी कम किया जा सकेगा | पढ़ाई में साथ देने वाले दोस्त की तरह उपयोग किया जा सकता है। जहाँ ये बच्चों के विभिन्न प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी पढाई में एक अच्छे दोस्त की तरह उनकी मदद कर सकती है |

शालू एक प्रेरणा श्रोत है। एनएसएस, आईआईटी, बाम्बे (महाराष्ट्र) तथा रोबोइस्म, आईआईटी, धनबाद (बिहार), ने तक्षक फेस्ट में अतिथि रूप में विद्याथियों से बात करने के लिएआमंत्रित किया | शालू को क़तर देश ने भी अपने विद्याथियों से बात करने के लिया आमंत्रित किया |साभार एचटी।

फाइल फोटो 

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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