रामनरेश प्रजापति
जौनपुर । सुईथाकला- विकासखंड क्षेत्र के बसौली गांव निवासी पूर्व शिक्षक जन्मेजय सिंह के निधन से पूरा क्षेत्र शोक में डूब गया है। धान के खेत में कटकर गिरे हुए बिजली तार की चपेट में आने से शुक्रवार को प्रातः उनका निधन हो गया। वह करीब 70 वर्ष के थे। उनके निधन की खबर सुनते ही क्षेत्र में शोक की लहर
व्याप्त हो गई। इस मामले की जानकारी उनके परिजनों तथा क्षेत्रवासियों हो तब हुई जब परिजन उन्हें खेत से वापस न लौटने पर खोजबीन करते हुए खेत में पहुंचे। लोगों ने देखा कि वह अचेत अवस्था में खेत में गिरे हुए थे और बिजली का तार पानी से भरे हुए धान के खेत में गिरा हुआ था और वह तार के संपर्क में दिखाई दे रहे थे। गौरतलब है कि वह प्रातः धान का खेत देखने गए थे जिसकी सिंचाई हो रही थी। परिवार ,आसपास के लोग उन्हें उठाकर घर लाए तो परिवार में कोहराम मच गया।उन्हें एक निजी चिकित्सालय ले जाया गया जहां उन्हें चिकित्सकों द्वारा मृतक घोषित कर दिया गया।वह प्राथमिक विद्यालय भेला मिसिरान में काफी समय तक सेवारत रहे और अंततः वह प्राथमिक विद्यालय समोधपुर से सेवानिवृत्त हुए। वह न्याय पंचायत समोधपुर के एनपीआरसी थे। वह एक सीधे, सरल, ईमानदार , मिलनसार व्यक्तित्व के व्यक्ति थे ।वह एक योग्य एवं कुशल शिक्षक थे जो छात्र छात्राओं को समर्पित होकर शिक्षा देने में विश्वास रखते थे। उनके हंसमुख और कुशल व्यवहार का हर कोई कायल था यहां तक कि वह सभी छात्र छात्राओं के लिए अत्यंत प्रिय शिक्षक थे।उनके निधन पर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अमित कुमार सिंह, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष सतीश सिंह, जिला मंत्री पारसनाथ यादव, ब्लॉक अध्यक्ष सुधाकर सिंह, अंजनी कुमार सिंह, वीरेंद्र प्रताप तिवारी, इंद्रसेन तिवारी, दुष्यंत मिश्रा सहित तमाम शिक्षकों ने गहरा दुख जताते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।![]() |
फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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