मुख्तार अंसारी के करीबी पर पुलिस और प्रशासन के संयुक्त टीम ने दो मंजिला भवन को किया जमींदोज

मुख्तार अंसारी के करीबी पर पुलिस और प्रशासन के संयुक्त टीम ने दो मंजिला भवन को किया जमींदोज

गाजीपुर। रविवार को पुलिस और प्रशासन के संयुक्त टीम ने फुल्लनपुर स्थित दो मंजिला भवन को जमींदोज कर दिया। भवन स्वर्गीय कमलेश सिंह का है। कमलेश सिंह का संबंध मुख्तार अंसारी से बताया जाता है। कमलेश सिंह की जरायम की दुनिया में एंट्री 80 के दशक में हुई। कमलेश सिंह, सैदपुर क्षेत्र के डहन गांव के रहने वाले थे।

वह इसी इलाके के रहने वाले मकनू सिंह के संपर्क में आए। मकनू और साधु सिंह दोनों भाई थे। दोनों मिलकर क्षेत्र में ठेकेदारी का काम करते थे ।कमलेश सिंह की जुर्म की दुनिया में इंट्री इन्ही के जरिये हुई बतायी जाती है। उस दौर में सामान्य आदमी के लिए ठेकेदारी का काम कराना नामुमकिन था। ठेके के तहत काम दबंग किस्म के लोग ही करा सकते थे। साधु सिंह और मकनू सिंह किसी दौर में बेहद चर्चा में रहने वाले हरिशंकर तिवारी के संपर्क में थे।

गैंगवार के जमाने में दोनों आए थे करीब

यह सभी हरिशंकर तिवारी के लिए रेलवे के साथ ही अन्य ठेकों में लॉबिंग भी करते थे। यह वह दौर था जब रेलवे और अन्य ठेकों को लेकर पूर्वांचल में गैंगवार जैसा माहौल था। आए दिन कोई न कोई हत्यार ठेकों को लेने के वर्चस्व की लड़ाई में होती थी। हरिशंकर तिवारी की सरपरस्ती में यह सभी ठेके की निविदा आवेदन करते थे। जानकारों की मानें तो हरिशंकर तिवारी के विरोधी रहे वीरेंद्र शाही का मकनू और साधु ने कई बार आमना-सामना किया था।कालांतर में मकनू और साधु दोनों की हत्या हो गई।

अवधेश हत्याकांड में भी नाम आ चुका है

कमलेश सिंह इन हत्याओं के बाद अपने को ठेकों से किनारे कर लिए। मकनू, साधू और कमलेश के बाद क्राइम वर्ल्ड में मुख्तार का नाम तेजी से उभरा। कमलेश सिंह का नाम बहुचर्चित अवधेश राय हत्याकांड में भी आता है।अवधेश राय, अजय राय के भाई हैं। अजय राय कांग्रेस के सिंबल पर वाराणसी के पिंडरा विधानसभा से विधायक निर्वाचित होने के बाद मंत्री भी रह चुके हैं। फिलहाल अवधेश राय हत्याकांड का ट्रायल कोर्ट में चल रहा है।

यहीं से व्यवसायिक प्रतिष्ठान संचालित होते थे

2 साल पहले ब्रेन हेमरेज के इलाज के दौरान कमलेश सिंह की मौत हो चुकी है। कमलेश सिंह के पिता सूर्यनाथ सिंह यूनियन बैंक में काम करते थे। उनके ऊपर बैंक के पैसे के गबन करने का आरोप लगा था। बाद में आरोप सिद्ध होने के बाद उन्हें जेल भी हुई थी ।कमलेश सिंह का एक बेटा अपनी मां के साथ फुल्लनपुर स्थित आवास में रहता है।

रविवार को गिराए गए भवन के ठीक पीछे कमलेश सिंह का आवास है ।जिस भवन को गिराया गया उसे कमलेश सिंह ने बैंक और सरकारी दफ्तरों को किराए पर दे रखा था। इसके साथ ही कई व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी इसी भवन से संचालित होते थे।साभार डीबी।

फाइल फोटो

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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