प्रेमिका के जिद के आगे हारे दरोगा,थाने में हुई शादी, ये शादी नही थी आसान

प्रेमिका के जिद के आगे हारे दरोगा,थाने में हुई शादी, ये शादी नही थी आसान

भागलपुर । गांव की वंदना से बेरोजगार रहते छह साल तक प्रेम-प्रसंग में रहने वाले और शादी का वादा करने वाले दारोगा ने अपनी प्रेमिका को धोखा देने की पूरी कोशिश की। हालांकि, प्रेमिका के जिद के आगे उसे हार माननी पड़ी।

अधिकारियों द्वारा समझाने के बाद आखिरकार एकचारी थानाक्षेत्र के टपुआ के रहने वाले दारोगा को प्रेमिक के निश्चल प्रेम की याद आ ही गई। दोनों पक्षों के बीच सुलह होने के बाद मंगलवार को महिला थाने में दोनों ने बाबा साहेब की तस्वीर को साक्षी मान सात फेरे लिए और शादी के बंधन में बंध गये।

शादी कर थाने से विदा हुई युवती

मंगलवार रात महिला थाने के प्रभारी थानाध्यक्ष गुलचन पासवान ने दोनों को थाना परिसर से शादी के बंधन में बंधने के बाद विधिवत विदा कर दिया। वंदना जो प्यार में धोखा मिलने के बाद रौद्र रूप में आते हुए कानूनी लड़ाई का प्रण ले लिया था। मनोज उर्फ गौरव के सामने पहुंच जाने पर साथ जीने-मरने का संकल्प ले, राजी-खुशी उसके साथ ससुराल रवाना हो गई।

दारोगा बनते निकाल दिया था शादी का ख्याल

बेरोजगार रहते वंदना से प्रेम करने वाला गौरव 2021 में अवर निरीक्षक बना, तो उसने अपने दिल से वंदना के साथ शादी रचाने का ख्याल निकाल दिया था। उसके लिए रिश्ता दूसरे जगहों से आने लगा था।

दारोगा बनने के बाद से अपनी प्रेमिका को धोखा देते हुए उसने कहा था कि दारोगा बनने के बाद उसके पास बेहद ही सुंदर लड़की का रिश्ता आया है, साथ ही अच्छा दहेज भी मिल रहा है; वह उससे शादी नहीं करेगा। उसने अपनी प्रेमिका को शादी का जिद नहीं छोड़ने पर बुरे परिणाम भुगतने की भी धमकी दी थी।

प्यार में मिले धोखे के खिलाफ थाने पहुंची थी युवती

प्रेमी के इस बर्ताव से प्रेमिका वंदना का दिल टूट चुका था। वंदना के साथ हुए इस धोखे के बाद भी परिवार ने उसका साथ नहीं छोड़ा।

परिवार ने उसे साहस दिया कि तुम्हारे साथ जो धोखा हुआ है; उसका प्रतिकार कर कानून की लड़ाई लड़ो; तुम्हें न्याय जरूर मिलेगा।

फिर क्या था, इसके बाद वह कानूनी लड़ाई के लिए शिकायत लेकर थाने पहुंच गई और वरीय पुलिस अधिकारियों को प्यार में धोखा मिलने की जानकारी दी।

लोगों के समझाने पर जागा जमीर

मामले में महिला थाने में केस दर्ज कराने की कवायद शुरू होने लगी थी। वंदना की कानूनी लड़ाई की तपिश मुजफ्फरपुर में बैठे गौरव तक पहुंच गई। उसे महकमे के लाेगों ने समझाया कि शादी नहीं करने का निर्णय गलत है।

महकमे के बड़े अधिकारियों ने उसे समझाया कि ऐसा करना नासमझी होगी। वह युवती तुमसे निश्चल प्यार करती है। लोगों के काफी समझाने के बाद गौरव का जमीर जागा और अचानक ही वंदना के पास पहुंच गया। और इस तरह लंबे-चौड़े ड्रामे के बाद दोनों सात फेरे लेकर दोनों शादी के बंधन में गये। साभार जेएनएन।

फाइल फोटो

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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