जौनपुर। जिले में कब रुकेगा अपंजीकृत डाक्टरों का खूनी खेल। चंद रुपयों के लिए संसाधन न होने के बाद भी गर्भवती महिलाओं का जिले के विभिन्न इलाकों में संचालित अवैध नर्सिंग होमों में आपरेशन कर दिया जा रहा है।
अधिक रक्तश्राव होने के कारण महिलाओं की मौत हो जा रही है। कुछ मामले में तो जच्चा व बच्चा दोनों की मौत हो गयी। अब तक जितनी भी घटनाएं हुई एक भी आरोपित सलाखों के पीछे नहीं पहुंचाया जा सका। हालांकि डीएम के निर्देश पर मुकदमा जरुर दर्ज किया गया। कुछ माह में आधा दर्जन से अधिक महिलाओं की मौत झोलाछाप व अपंजीकृत डाक्टरों के चलते हुई है। ऐसे चिकित्सकों की लापरवाही के चलते प्रतापगढ़ जिले की एक महिला अपनी किडनी गंवा बैठी। सोमवार को एसपी व सीएमओ को प्रार्थना पत्र देकर महिला न्याय की गुहार लगायी है। देखा जाय तो आए दिन जौनपुर में एक के बाद एक नए नर्सिंग होम खुल रहे है। नईगंज एरिया तो नर्सिंग होम का हब सा बन गया है। ये नर्सिंग होम कितने संसाधन युक्त हैं इसकी भी जांच शायद हुई हो। चेक किया जाय तो जिले में दर्जनों नर्सिंग होम ऐसे मिलेंगे जहां पर जिस डाक्टर का नाम अंकित होगा। वह डाक्टर मौके पर मौजूद ही नहीं। बदलापुर में डाक बंगला के पास 12 जून को वर्मा मेडिकल स्टोर के संचालक ने प्रतापगढ़ के आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र स्थित धनेपुर ( दलापुर) गांव निवासी जयप्रकाश गौतम की 26 वर्षीया पत्नी अनीता देवी को प्रसव के लिए भर्ती कर लिया था। प्रसव के दौरान जच्चा,बच्चा की मौत हो गयी थी। मेडिकल स्टोर संचालक के यहां प्रसव कराया गया था। जबकि यहां पर कोई सुविधा ही नहीं थी। कार्रवाई के रुप में मेडिकल स्टोर पर ताला बंद कराया गया। चंदवक बाजार के वाराणसी मार्ग पर संचालित सरोजा हास्पिटल के डाक्टर नागेंद्र चौबे के यहां नौ जून 23 को बाजार निवासी शेरू मोदनवाल की 28 वर्षीय पत्नी सोनी की प्रसव के दौरान मौत हो गयी थी। स्वास्थ्य विभाग ने हास्पिटल को सील कर दिया था। इसके पूर्व इसी डाक्टर के यहां हरिहरपुर निवासी सुदामा पाण्डे की 30 वर्षीय बेटी की डिलीवरी के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव से मौत हो गई थी। डाक्टर प्रयास में है कि हास्पिटल खुल जाय। मुंगराबादशाहपुर में जंघई रोड पर स्थित बिना पंजीयन के चल रहे मदर टेरेसा नर्सिंग होम में ढाई माह पूर्व डिलवरी कराने आयी प्रसूता की मौत हो गयी जिसपर हंगामा हुआ था। एसडीएम मछलीशहर, सीओ मछलीशहर, प्रभारी चिकित्साधिकारी ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुचकर झोला छाप चिकित्सक का नर्सिंग होम सील कर दिया था। दो जून को भागवत चिकित्सा केंद्र गोमती मार्केट जलालपुर में 27वर्षीय अंजू देवी पत्नी किशन कुमार निवासी पूरेव वैदा की प्रसव के पश्चात मौत हो गई थी। परिजनों के हंगामे के चलते अस्पताल वाले परिजनों को अंदर बंद कर फरार हो गए थे। पुलिस ने पहुंचकर परिवार के लोगों को मुक्त कराया। स्वास्थ विभाग ने अस्पताल सील कर दिया था। मुकदमा भी दर्ज कराया था। मौजूदा समय में अस्पताल संचालित हो रहा है। प्रतापगढ़ जिले के गोपालपुर पूरा ढकवा निवासी पिंकी यादव पत्नी अवधेश ने सोमवार को एसपी व सीएमओ को एक प्रार्थना पत्र दिया। जिसमें आरोप लगाया कि 27 अप्रैल को वह प्रसव पीड़ा के चलते नईगंज में एक नर्सिंग होम में भर्ती हुई। डाक्टर की लापरवाही से किडनी फेल हो गयी। अगर डाक्टर हाई ब्लड प्रेशर के दौरान आपरेशन नहीं करता तो वह परेशान नहीं होती। डाक्टर पर मुकदमा दर्ज करने के लिए एसपी को प्रार्थना पत्र दी हैं। साभार एचटी।
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पीड़ित महिला पिंकी यादव ,फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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