शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के बदरवास में रहने वाले एक युवक की शादी की खुशियां चंद घंटों में ही काफूर हो गईं. उसके रिश्तेदारों ने अशोकनगर की रहने वाली युवती के साथ शादी कराई थी लेकिन सुहागरात के दिन ही उसकी दुनिया उजड़ गई. दूल्हे ने बताया कि वह अपनी शादी को लेकर बहुत खुश था. वह अपनी होने वाली पत्नी से शादी तय होने के बाद हर रोज बात किया करता था. शहनाई बजने का दिन आया और वह अपनी दुल्हन के साथ सात फेरे लेकर हंसी खुशी उसे विदा कराकर अपने घर ले आया, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था.
पति का कहना है कि सुहागरात के दिन उसके होश उड़ गए. उसकी पत्नी के पेट में सात से आठ टांके लगे हुए थे. पीड़ित पति ने बताया कि सुहागरात के दिन उसे मालूम पड़ा कि उसकी दुल्हन शादी के तीन महीने पहले अपने पेट में पल रहे बच्चे को गिरा चुकी है.
पति ने बताया इस बात के बारे उसे किसी ने भी नहीं बताया था नहीं तो वह होने वाली यह शादी को न करता. शादी के दस दिन के भीतर पति ने अपनी दुल्हन को मायके अशोकनगर के लिए रवाना कर दिया फिर कभी उसे लेने ससुराल नहीं गया.
आरटीआई से हुआ खुलासा, पत्नी हुई थी गर्भवती
पीड़ित पति ने बताया कि उसकी पत्नी उसे प्रताड़ना के केस में फंसाना चाहती थी. उसने सूझबूझ के साथ कार्य किया और न्यायालय में भी अपनी पत्नी के लगाए हुए केसों से लड़ता रहा. इस बीच उसने आरटीआई का सहारा लिया. उसे मालूम पड़ चुका था कि अशोकनगर के निजी अस्पताल में उसकी पत्नी ने भ्रूण हत्या करवाया था. आरटीआई के सहारे से खुलासा हुआ कि अशोकनगर के निजी अस्पताल में उसकी पत्नी पेट में पल रहे 3 महीने के बच्चे को शादी के 3 माह पहले अबॉर्शन करवा था. उसने इसके सबूत न्यायालय में भी पेश किए हैं.
पति पर लगाया भरण पोषण केस
युवक ने बताया कि पत्नी के मायके जाने के बाद उस पर अशोकनगर में उसकी पत्नी ने भरण पोषण का केस दर्ज करवा दिया. युवक का कहना है कि वह जब भी न्यायालय में लगी तारीख पर जाता है तो उसे चोरी-छुपे न्यायालय तक पहुंचना पड़ता है. उसके साथ उसकी पत्नी अशोकनगर में कई बार मारपीट करवा चुकी है. इसके बाद अब उसे जान का खतरा भी बना हुआ है. इसी के चलते वह पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा जहां उसने अपने केस को अशोकनगर से शिवपुरी के लिए स्थानांतरित करवाने की गुहार लगाई है। साभार एचबीएन।
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सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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