गोरखपुर । प्रदेश के 61 माफिया की सूची में शामिल नौ बदमाशों पर पुलिस ने प्रभावी कार्रवाई नहीं की है। डीजीपी विजय कुमार ने समीक्षा में यह बात सामने आने पर नाराजगी जताई है।
माफिया जिस जिले के रहने वाले हैं, वहां के पुलिस कमिश्नर/पुलिस कप्तान को पत्र लिख कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
सूची में बसपा शासनकाल में देवरिया के एमएलसी संजीव उर्फ रामू द्विवेदी का भी नाम है। पुलिस अब नए सिरे से माफिया व उसके गिरोह के सदस्यों पर कार्रवाई करने की तैयारी में जुटी है। डीआइजी कानून व्यवस्था एलआर कुमार ने पत्र में लिखा है कि अगस्त में माफिया की सूची में शामिल बदमाश व उनके गिरोह के सदस्यों पर कार्रवाई की जानकारी मांगी गई थी।
इन लोगों के खिलाफ हुई शून्य कार्रवाई
पुलिस मुख्यालय को प्राप्त सूचना की समीक्षा करने पर पता चला कि सूची में मुजफ्फरनगर के विनय त्यागी, गाजीपुर के त्रिभुवन सिंह, गौतमबुद्धनगर के अनिल भाटी, सिंह राज भाटी, वाराणसी के सुभाष सिंह ठाकुर, बृजेश सिंह, अभिषेक सिंह उर्फ जहर और प्रतापगढ़ के मनोज तिवारी पर 'शून्य' कार्रवाई हुई है। इन पर शिकंजा कसने के लिए पहले से दर्ज मुकदमों में प्रभावी पैरवी करें।
गवाहों को सुरक्षा देकर न्यायालय में समय से गवाही कराएं। चिह्नित माफिया के साथी व मददगार पर भी कार्रवाई करें। जमानत पर छूटे साथी या सहयोगी अपराध में संलिप्त हैं, तो उनकी जमानत निरस्त कराएं।
गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई करके माफिया के साथ ही उसके गिरोह के सभी लोगों की संपत्ति जब्त कराएं।
इनके विरुद्ध हुई कम कार्रवाई
गोरखपुर के रहने वाले माफिया व पूर्व विधायक राजन तिवारी, बागपत के धर्मेंद्र, प्रतापगढ़ के डब्बू सिंह उर्फ प्रदीप, अनूप सिंह, प्रयागराज के बच्चा पासी, जाबिर हुसैन, कम्मू उर्फ कमरुल हसन पर कम कार्रवाई हुई है।
बुलडोजर चलने पर हटा विनोद का नाम
माफिया पर कार्रवाई न होने वाली सूची में गोरखपुर के विनोद उपाध्याय का नाम भी शामिल था, लेकिन दो माह के भीतर फार्म हाउस पर जीडीए का बुलडोजर चलने सहित गुलरिहा व शाहपुर थाने में कई मुकदमे दर्ज होने के बाद नाम हटा। पुलिस विनोद की तलाश कर रही है, उसके विरुद्ध एक लाख रुपये का इनाम घोषित है। साभार जेएनएन।
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बृजेश सिंह,फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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