आजमगढ़। दीदारगंज थाना क्षेत्र के सुरहन गांव में शनिवार को दिल दहला देने वाली घटना हुई। दो युवक युवती के गर्दन पर चाकू से वार पर वार करते रहे और वह चीखती रही। वहीं 100 मीटर की दूरी पर दिव्यांग मां की आंखों के सामने बेटी तड़पती रही और जान निकल गई।
दीदारगंज थाना क्षेत्र के सुरहन गांव निवासी आशा राजभर और उसके पति जयतुन राजभर दोनों दिव्यांग हैं। जयतुन राजभर की छह पुत्री हैं। वह अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए पटियाला में रहकर मजदूरी करते हैं। वहीं आशा गांव के ही एक व्यक्ति का खेत बटाई पर लेकर खेती-बारी करती है। दिव्यांग आशा अपनी 21 वर्षीय बेटी शबनम के साथ गेहूं की सिंचाई करने खेत में गई थी। शबनम खेत से करीब 100 मीटर की दूरी पर घर जाने के लिए पहुंची तभी उसके चीखने की आवाज आई। बेटी की चीख सुनकर दिव्यांग मां भी दौड़ी लेकिन मां उसे बचा नहीं सकी। उधर, शबनम चीखती रही लेकिन हत्यारे युवकों के हाथ नहीं कांपे और उसे मौत के घाट उतार दिए। इस घटना से मृत के घर कोहराम मचा हुआ है। मृतका शबनम छह बहनों में तीसरे नंबर पर थी।
दो दिनों से शबनम की रेकी कर रहे थे आरोपी
अंबारी। बेटी की बिरह में रो रही मां ने आरोपी युवकों पर कई गंभीर आरोप लगाए। मां ने बताया कि दोनों आरोपी युवक पिछले दो दिनों से शबनम के आगे-पीछे घूम रहे थे लेकिन मुझे ये नहीं पता था कि मेरी बेटी को मार देंगे। यदि पता होता तो पहले ही इसकी शिकायत पुलिस से करती।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गठित हुई टीम
आजमगढ़। दीदारगंज थाना क्षेत्र के सुरहन गांव में हत्या के बाद घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। बहुत जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। जल्द ही इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साभार ए.यू।
देखे वीडियो 👇
https://twitter.com/ParmarTimes/status/1738622994166022648?t=qLf781IU52KVLE4BCyJERQ&s=19
![]() |
फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
parmartimes@gmail.com
إرسال تعليق