आगरा। नौफरी गांव से गिरफ्तार किए गए युवाओं के वीडियो शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुए। युवाओं के शरीर पर चोटों के निशान पुलिस के अमानवीय चेहरे की कहानी बयां कर रहे थे।
गंभीर हालत में युवा जब घर पहुंचे तो स्वजन की आंखों से आंसू निकल पकड़े। डरे-सहमे युवाओं ने पुलिसकर्मियों पर जानवरों की तरह पीटने का आरोप लगाया है। युवकों की स्थिति देखकर स्वजन में आक्रोश पनप रहा है।
नौफरी गांव में बुधवार को महाराणा प्रताप का नाम लिखे बोर्ड के अनावरण कार्यक्रम के दौरान पुलिस ने लाठी फटकारते हुए 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। गुरुवार को सभी आरोपितों को कोर्ट से जमानत मिल गई। जेल से छूटने के बाद युवाओं के वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुए हैं।
वीडियो में युवा अपनी चोटें दिखा रहे हैं। युवाओं के हाथ, पैर, पीठ पर गंभीर चोटें दिख रही हैं। वह ठीक से खड़े भी नहीं हो पा रहे हैं। चोटों के निशान बता रहे हैं कि पुलिस ने किस तरह युवाओं को थर्ड डिग्री दी। गिरफ्तार किए गए युवकों ने आरोप लगाए हैं कि पहले तो नौफरी गांव में पुलिसकर्मियों ने उन्हें लाठियों से जमकर पीटा। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार करके एकता चौकी पर लाया गया।
चौकी के पीछे बने कमरे में बंद करके उन्हें बेड पर लिटाकर जानवरों की तरह पीटा गया। जो भी पुलिसकर्मी कमरे में आता लाठी उठाकर उनके ऊपर टूट पड़ा। वह चीखते चिल्लाते रहे, लेकिन पुलिसकर्मियों का दिल नहीं पसीजा।
मेडिकल में कर दिया खेल
आरोप लगाया कि चोटों को छिपाने के लिए जिला अस्पताल में मेडिकल न कराकर बरौली अहीर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मेडिकल कराया गया। चोटों को देखकर यहां डाक्टर ने मेडिकल करने से हाथ खड़े कर दिए, लेकिन पुलिस के दवाब में बाद में उनका मेडिकल किया गया। युवाओं ने आरोप लगाया कि चौकी में क्षत्रिय करणी सेना व ओकेंद्र राणा मुर्दाबाद के नारे लगवाए गए। नौफरी गांव में रहने वाले रामप्रकाश ठाकुर के घर में तोड़फोड़ का आरोप भी पुलिसकर्मियों पर लगा है।
लुटेरों की तरह व्यवहार करना पुलिस का काम नहीं, करेंगे सीएम से शिकायत - सांसद चाहर
फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर ने नौफरी में घरों में पुलिस द्वारा की गई तोड़फोड़ की निंदा की है। उन्होंने युवकों की गिरफ्तारी को अवैधानिक बताते हुए कहा कि देश के गौरव महाराणा प्रताप जी की शोभायात्रा निकालने पर रोक लगाना भी अनुचित है। जब किसी वर्ग ने शोभायात्रा निकाले जाने पर आपत्ति नहीं की तो जयंती पर कार्यक्रम रोकने का निर्णय अनुचित है। सांसद चाहर ने कहा कि नौफरी गांव में पुलिस ने कई घरों में तोड़फोड़ की। यह लुटेरों की तरह व्यवहार करना पुलिस का काम नहीं है।
सांसद राजकुमार ने कहा कि पुलिस आयुक्त दीपक कुमार दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोर विभागीय कार्रवाई करें। महापुरुषों की जयंती पर जुलूस और शोभायात्रा निकालने पर अनुमति की भी आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। सांसद ने कहा कि वे इस मामले से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत करायेंगे।
दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करें पुलिस आयुक्त
भाजपा के प्रदेश महामंत्री राम प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि नौफरी में पुलिस ने महाराणा प्रताप की जयंती के कार्यक्रम को रुकवा दिया था। इस दौरान कुछ युवकों को गिरफ्तार कर उनको पीटा। घरों में तोड़फोड़ की। यह गलत है। पुलिस आयुक्त दोषी पुलिसकर्मियों पर तत्काल कार्रवाई करें। कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है।
मेरे ऊपर अंगुली उठाते तो पता चलता: ओकेंद्र
नौफरी गांव की घटना के बाद क्षत्रिय करणी सेना युवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने इंटरनेट मीडिया पर अपना वीडियो प्रसारित किया। वीडियो में उन्होंने कहा कि बोर्ड के अनावरण के लिए भी अनुमति की जरूरत होती है क्या। हमारे साथियों को पुलिसकर्मियों ने पीटा। मेरे ऊपर अंगुली उठाते तो पता चलता। पुलिसकर्मियों को निलंबित नहीं किया गया तो सरकार का विरोध करेंगे।
निलंबित कराने के लिए आंदोलन की जरूरत पड़ी तो करेंगे। आरोप लगाया कि महाराणा प्रताप के बोर्ड को पुलिस ने पैरों से तोड़ा है। इसका जवाब जरूर देंगे। जल्द ही नौफरी गांव में महाराणा प्रताप का भव्य बोर्ड लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोग आरोप लगा रहे थे सरकार सुरक्षा कर रही है, अब देख लो।
पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सोनम कुमार, डीसीपी सिटी। साभार जेएनएन।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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