जौनपुर। शाहगंज तहसील के पुरानी बाजार स्थित नगरपालिका सार्वजनिक प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक के विरुद्ध झूठे आरोप लगाने और अनुशासनहीनता के मामले में चार सहायक अध्यापक दोषी पाए गए हैं। खंड शिक्षा अधिकारियों और जिला समन्वयक की चार सदस्यीय जांच टीम ने बीएसए को रिपोर्ट सौंप दी है।
बीएसए ने चारों का वेतन अगले आदेश तक रोक दिया। साथ ही उनसे एक सप्ताह में स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है।
जांच टीम में करंजाकला के खंड शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार यादव, सुइथाकलां के बीईओ आनंद कुमार सिंह, शाहगंज के बीईओ बसंत कुमार शुक्ला एवं जिला समन्वयक बालिका शिक्षा शोभा तिवारी शामिल थीं। जांच टीम ने बताया कि जांच में सहायक अध्यापक पूनम देवी, पूजा प्रभाकर, बबिता, बृजेश सोनकर एवं शिक्षामित्र रंजना देवी को दोषी पाई गई हैं। जांच में पाया गया कि शिक्षकों ने प्रधानाध्यापक वीरेंद्र कुमार यादव पर झूठे और अपमानजनक आरोप में फंसाने की कोशिश की। इसके अलावा विद्यालय में अनुशासनहीनता, छात्रों के साथ दुर्व्यवहार, कक्षा के दौरान मोबाइल फोन का प्रयोग, स्कूल में देर से पहुंचना, सीसी टीवी कैमरे को ढकना और सोशल मीडिया पर विद्यालय की छवि खराब करने जैसे कई आरोप की पुष्टि जांच में हुई। टीम ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि शिक्षक न केवल प्रधानाध्यापक के प्रति षड्यंत्र कर रहे थे, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को भी बाधित कर रहे थे। विभाग ने सभी दोषियों को चेतावनी देते हुए एक सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है। यदि उनका उत्तर संतोषजनक नहीं पाया गया, तो विभागीय कार्रवाई के तहत निलंबन जैसी कार्रवाई की जा सकती है।
जांच में दोषी पाए गए चार सहायक अध्यापकों का वेतन अगले आदेश तक रोका जा रहा है। साथ ही उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण न देने की स्थिति में संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।-डाॅ. गोरखनाथ पटेल, बीएसए। साभार ए यू।
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| डॉ.गोरखनाथ पटेल, बीएसए जौनपुर |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com

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