आजमगढ़। बिसौली (कंधरापुर) के व्यापारी मनोज गुप्त को लॉकअप में बंद कर एनकाउंटर की धमकी देना अहरौला के दरोगा और दो कांस्टेबलों को महंगा पड़ा। सीजेएम सत्यवीर सिंह ने गुरुवार को एसपी को आदेश दिया कि वह आरोपी दरोगा और दो कांस्टेबलों समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच सीओ से कराएं।
आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने पीड़ित व्यापारी के साढ़े 11 हजार रुपये और सोने की चेन छीन ली। पीड़ित व्यापारी मनोज गुप्त ने कोर्ट में प्रार्थनापत्र देकर आरोपियों पर कार्रवाई की गुहार की। प्रार्थनापत्र में उन्होंने बताया कि 31 अगस्त, 2024 की शाम पांच बजे वह कंधरापुर बाजार में दुकान पर चाय पी रहे थे। अचानक निजी वाहन से अहरौला थाने का दरोगा, कांस्टेबल और कांस्टेबल नीरज गौड़ प्रॉपर्टी डीलर अवधेश यादव तथा आकाश यादव के साथ वहां पहुंचे। आरोप लगाया कि प्रॉपर्टी डीलरों के साथ मिलकर दरोगा और दोनों सिपाहियों ने उनके साथ गाली-गलौज की। इसके बाद उन्हें जबरन गाड़ी में बैठा लिया। वे उन्हें अहरौला थाने लाकर लॉकअप में बंद कर दिया। उन्हें एनकाउंटर की धमकी देते हुए उनके साढ़े 11 हजार रुपये और सोने की चेन छीन ली। पीड़ित व्यापारी ने यह भी बताया कि दरोगा और एक कांस्टेबल की वर्दी पर नेमप्लेट नहीं था। दोनों प्रॉपर्टी डीलरों से उनकी पुरानी रंजिश है। पीड़ित व्यापारी मनोज गुप्त के मुताबिक घटना की जानकारी होने के बाद परिजनों में अफरातफरी मच गई। उनके भाई मनीष गुप्ता ने डॉयल 112 कॉल कर पुलिस को उनके अपहरण की सूचना दी। इसके बाद देर रात उन्हें लॉकअप से छोड़ा गया। सीजेएम ने एसपी को आरोपी दरोगा, दोनों कांस्टेबलों समेत पांच लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराकर सीओ से मामले की जांच करने का आदेश दिया। साभार एचटी।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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