अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन व माफिया मुन्ना बजरंगी के नाम पर जारी की गयी माई स्टैंप टिकट,विभागीय जांच शुरू।

अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन व माफिया मुन्ना बजरंगी के नाम पर जारी की गयी माई स्टैंप टिकट,विभागीय जांच शुरू।

कानपुर। जिले के बड़ा चौराहा स्थित प्रधान डाकघर से अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन और पूर्वांचल के माफिया मुन्ना बजरंगी के नाम पर माई स्टैंप टिकट जारी कर दी गई।


इतनी बड़ी लापरवाही कानपुर परिक्षेत्र में हुआ है, जब मामले ने तुल पकड़ा तो

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उच्चाधिकारियों में खलबली मच गई। अब पोस्ट मास्टर जनरल कानपुर परिक्षेत्र ने इस प्रकरण को विभागीय चूक बताते हुए संबंधित जिम्मेदार कर्मचारी को नोटिस जारी करके जवाब मांगने की बात कही है।

माई स्टैंप टिकट योजना के अंतर्गत आवेदन करके कोई भी व्यक्ति डाकघर से अपना स्टैंप टिकट बनवा सकता है। इसके लिए आवेदक को अपनी पूरी जानकारी के दस्तावेज देने होते हैं। एक शीट में 12 टिकट जारी होती हैं, जिसे निकलवाने के 600 रुपये का खर्च आता है। इस टिकट को डाक टिकट की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
डाकघर के फिलेटली विभाग में रजनीश कुमार प्रभारी पद पर तैनात हैं। यहां पर माई स्टैंप के लिए आवेदन करना होता है। उनके पास पहुंचे कल्याणपुर के एक युवक ने छोटा राजन (राजेंद्र एस निखलजे) और मुन्ना बजरंगी (प्रेमप्रकाश सिंह )की फोटो देकर ताजमहल की टिकट के ऊपर फोटो लगवाकर माई स्टैंप जारी करने के लिए आवेदन किया था।
इसके बाद युवक ने माई स्टैंप कॉर्नर में फॉर्म में अपना नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखकर रजनीश को दिया था। इसके बाद रजनीश ने एक घंटे में टिकट के ऊपर फोटो छाप कर स्टैंप बनाकर दे दिया। प्रकरण की जानकारी होने पर पोस्ट मास्टर जनरल कानपुर परिक्षेत्र वीके वर्मा ने रजनीश को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है कि बिना आधार कार्ड लिए माई स्टाम्प टिकट कैसे जारी कर दिया है। जवाब संतोषजनक नहीं मिला तो रजनीश को निलंबित किया जा सकता है।
वहीं, वीके वर्मा ने फाइलों को मंगवा कर सभी माई स्टैंप टिकट के आवेदन को चेक किया। डाकघर के सेकेंड फ्लोर पर स्थित फिलेटली कार्यालय से डॉन छोटा राजन और माफिया मुन्ना बजरंगी के नाम से डाक टिकट जारी होने के बाद खलबली मच गई। प्रकरण सुर्खियों में आने के बाद फिलेटली कार्यालय के बाहर ताला लटका हुआ है, जबकि प्रभारी रजनीश का मोबाइल नंबर बंद है।युवक द्वारा भरे गए फॉर्म में कहीं पर भी आवेदन देने की तारीख नहीं दर्ज है। फॉर्म में आधी अधूरी जानकारी ही दी गई है। इसमें ई मेल, क्या आईडी प्रूफ जमा कर रहे हैं, यह जानकारी लिखी ही नहीं है। आधार नंबर भी नहीं है और न ही फोटो प्रति लगाई गई है।

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
जौनपुर
a.singhjnp@gmail.com

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