दो सहायक अध्यापिकाओं के बीच जमकर हुई मारपीट

दो सहायक अध्यापिकाओं के बीच जमकर हुई मारपीट

जौनपुर। बरसठी क्षेत्र के फतुहीकला परियत प्राथमिक विद्यालय मेंं गुरुवार को दो सहायक अध्यापिकाओं के बीच जमकर हुई मारपीट हो गई। जिसमे एक अध्यापिका को चोटे आई है।

बता दे कि दो दिन पूर्व स्कूल में बच्चों को जूता बांटा गया था, जिसको लेकर किसी बच्चों से प्रधानाध्यापिका अनिता जायसवाल ने बच्चों को जूता पहनने के लिए बिगड़ दिया था। प्रधानाध्यापिका ने कहा कि अगर जूता पहन के नहीं आओगे तो स्कूल नहीं आने दिया जाएगा यह बात विद्यालय की अध्यापिका मीना देवी ने बच्चों के अभिभावकों से बता दिया।
गुरुवार को विद्यालय खुलते ही अभिभावकों ने विद्यालय में आकर प्रधानाध्यापक की बातों का विरोध करने लगे। अध्यापिका अनिता ने मीना से मामले में पूछताछ किया तो आरोप है कि मीना विवाद कर लिया और अपने पति संतोष गौतम को फोनकर बुला लिया। आरोप है कि दोनों पति और पत्नी हेडमास्टर अनिता जायसवाल और सहायक अध्यापक से मारपीट कर लिया। सहायक अध्यापक प्रधानाध्यापक प्रधानाध्यापक की बेटी है बीच बचाओ में प्रधानाध्यापक की बेटी को हाथ में चोट लग गई और खून बहने लगा।
सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष श्यामदास वर्मा मौके पर पहुँचकर दोनों पक्षों की जानकारी लेकर संतोष गौतम को पूछताछ के लिये थाने पर ले गए।
#महिला अध्यापिकाओं के बीच संतोष गौतम का मारपीट पहेली बना?
स्कूल में अगर महिला अध्यापकों के बीच मारपीट हो रही थी तो सहायक अध्यापक मीना देवी के बुलाने पर उसका पति महिलाओं के बीच आकर प्रधानाध्यापिका महिला और सहायक अध्यापकों को मारने का पीटने का अधिकार कौन सा कानून दिया। ऐसे में पुलिस संतोष गौतम के ऊपर क्यों कानूनी कार्रवाई अभी तक नहीं किया।
मामला गंभीर होने के बाद भी खंड शिक्षा अधिकारी मौके पर नहीं आए।
विद्यालय में अध्यापक ने महिला को एक बाहरी व्यक्ति आकर महिला अध्यापकों की लात घूसा से पिटाई कर दिया और सरेआम महिलाओं की इज्जत को तार-तार करता रहा उसके बाद भी सूचना पर खंड शिक्षा अधिकारी नहीं पहुंचे, जिसकी चर्चा बरसठी के अध्यापकों में तेजी के साथ हो रही है।
#विद्यालय से बाहरी व्यक्ति द्वारा महिलाओं की इज्जत पर डाला गया डाका
विद्यालय में सहायक अध्यापक एवं प्रधानाध्यापक महिला के बीच मारपीट होने का मामला संज्ञान में आते ही सहायक अध्यापक मीना कुमारी का पति संतोष कुमार गौतम किस हैसियत से पहुंचकर महिलाओं को लात घूसों से जमीन पर गिरा गिरा कर पिटाई किया। इस दौरान संतोष गौतम महिलाओं को कहता रहा कि इन लोगों को हरिजन एक्ट में फंसा कर जान मार डालो। मजे की बात यह है कि संतोष गौतम को महिलाओं के कानून से भय नहीं लग रहा था। महिलाओं के कानून से बड़ा हरिजन एक्ट की कानून समझ रहा था। इसीलिए महिलाओं का खुलेआम पिटाई करके कानून को ठेंगा दिखाने का काम किया है अब देखना दिलचस्प होगा कि खण्ड शिक्षा अधिकारी इस मामले में क्या करते हैं।

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
जौनपुर
a.singhjnp@gmail.com

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