जौनपुर । जिले में सोमवार से कोविड-19 की जांच आरटीपीसीआर शुरू हो गयी। अब तक सेम्पल लेकर वाराणसी भेजा जाता था। लगभग दौ सौ जांच एक दिन में करने का लक्ष्य तय किया गया है।
जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण को लेकर जिले में हाहाकार मचा है। हर रोज काफी मात्रा में सैम्पल वाराणसी भेजना पड़ता था। स्वास्थ महकमा गांव से लगायत शहरी इलाकों से लक्षणयुक्त लोगों का सेम्पल लेकर वाराणसी भेजता रहा, जिसकी रिपोर्ट आने में 48 घंटे से अधिक समय लग जाता था। जांच रिपोर्ट में देरी के चलते जिला प्रशासन ने फैसला लिया कि जिले में ही जांच शुरु करायी जाय। बता दें कि कोरोना की पहली लहर में सितम्बर 2020 में इस केंद्र की नींव पड़ी थी, लेकिन शासन की गाइड लाइन न मिलने के चलते इसकी शुरुआत नहीं हो सकी थी।
सीएमएस डा. अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि 90 जांच की रिपोर्ट डेढ़ घंटे में मिल जाएगी। दो सौ प्रतिदिन जांच की जाएगी।
#एक शिफ्ट में सात लोग करेंगे ड्यूटी
जिला पुरूष अस्पताल में स्थापित आरटीपीसीआर केंद्र में एक शिफ्ट में सात लोगों की ड्यूटी लगाई गई है। इसमें एक साइंटिस्ट राहुल कुमार, दो एलटी, दो एलए, एक डाटा एंट्री आपरेटर व एक स्वीपर हैं। इसमें स्वीपर की भूमिका महत्वपूर्ण है।
#केंद्र में सेम्पल लेने की विधि
आरटीपीसीआर के साइंटिस्ट राहुल कुमार ने बताया कि जो भी सेम्पल यहां आएंगे उसे दरवाजे पर ही हाइपो क्लोराइड डालकर आधा घंटे तक छोड़ दिया जाएगा। बाहर बने विंडो से अंदर जाएगा। वहां पर न्यूट्रलाइज केमिकल से वायरस को किल किया जायेगा। उसके बाद रूम-2 में सेम्पल का आरएनए निकाला जाएगा। फिर रूम-3 एलटी मास्क मिक्स का कार्य करेंगे। यहां से साइंटिस्ट सेम्पल का पीसीआर विधि से आरएनए व डीएनए की कापी करेंगे। उसके बाद मशीन सेम्पल को डिडिक्टेड कर लेगी। फिर डाटा आपरेटर उस सेम्पल की रिपोर्ट को पोर्टल पर अपलोड करेगा। इन सब प्रकिया में एक सेम्पल की जांच कर रिपोर्ट देने में चार से पांच घंटे लग जायेगा।
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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