जौनपुर। टीडी इण्टर और डिग्री कालेज की जमीनों पर खुले 125 दुकानों पर आज ताला लग गया। अचानक हुए इस आदेश से सैकड़ो लोगो के सामने रोजी रोटी का संकट आ गया है। कालेज प्रशासन ने यह कार्रवाई डीएम के आदेश पर की है। दुकानदार आंखो में खून की आशू लिए अपने अपने समान निकालकर दुकान की चाभी कालेज प्रशासन को सौपना शुरू कर दिया है।
पूर्वाचंल के प्रतिष्ठित कालेजो में शुमार टीडी इण्टर कालेज करीब 40 वर्ष पूर्व मेन रोड पर 38 दुकाने बनवाकर दुकानदारो को किराये पर दिया था। इससे आय होने वाले पैसे से कालेज के विकास होता था। इण्टर कालेज की तर्ज पर डिग्री कालेज ने भी अपनी खाली पड़ी जमीनों पर 87 दुकाने बनवाकर भाड़े पर उठा दिया।
इन दुकानदार कापी किताब, स्टूडियों, रेस्टोरेंट, किराना समेत आदि दुकाने खोलकर अपनी रोजी रोटी चलाते थे।
करीब दो वर्ष पूर्व दीपेन्द्र विक्रम सिंह नाम एक व्यक्ति इन दुकानों को अवैध होने का दावा करते हुए डीएम, डीआईओए समेत अन्य सम्बधित अधिकारियों से दुकाने बंद कराने का निवेदन किया। अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई न करने से दीपेन्द्र ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने डीएम को दुकानों को बंद कराने का आदेश दिया था,
कोर्ट के आदेश के बाद भी जिला प्रशासन ने कोई कार्रवाई नही किया तो दीपेन्द्र विक्रम सिंह ने डीएम को सीधे पार्टी बनाते हुए होई कोर्ट में पुनः रिट कर दिया। होईकोर्ट ने इसे अवमानना मानते हुए कड़ा रूख अखितियार करते हुए तत्काल आदेश का पालने करने आदेश दिया। यह आदेश मिलते ही डीएम ने 22 जुलाई को कालेज प्रशासन पर सख्ती दिखाते हुए दो दिन भीतर सभी दुकाने बंद कराने का आदेश दिया, तय समय में दुकान खाली न होने की दशा में कठोर कार्रवाई की चेतावनी दिया। जिला प्रशासन का आदेश मिलने के बाद आज कालेज प्रशासन सभी दुकानदारों को दुकान खाली करने का आदेश दिया। नोटिस मिलते ही दुकानदार अपने अपने सामान निकलकर दुकान खाली करना शुरू कर दिया है।
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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