गाजीपुर । उत्तर प्रदेश सरकार अक्सर कानून व्यवस्था को लेकर सवालों के घेरे में रहती है। पिछले कुछ सालों में यूपी में दलितों के साथ इस तरह की घटनाएं आम सी हो गई है।
ताजा मामला खानपुर थाना क्षेत्र के नायकडीह गांव का है जहां पीड़ित दलित ने आरोप लगाया है कि मेरे चाचा बाबूराम ने मेरे मकान में कब्जा कर लिया है।
मैने इसके बाबत एसडीएम सैदपुर को प्रार्थनापत्र दिया था।
एसडीएम सैदपुर ने खानपुर थाना को मामले की जॉच के लिए कहा था।
मौधा चौकी प्रभारी कौशल शैलेंद्र सिंह ने प्रार्थी अवधेश को ही आरोपी बनाकर उसकी पिटाई किया, बच्चो एवं महिलाओ के साथ भी अभद्रता किया, जातिसूचक शब्दो का इस्तमाल किया और उसके मोबाईल को कब्जे में ले लिया।
चौकी प्रभारी के पिटाई से पीड़ित व्यक्ति गम्भीर रूप से घायल हो गया, चौंकी प्रभारी खुद पीड़ित को खानपुर स्वास्थ केंद्र ले जाकर इलाज करवाया और उसके मोबाईल को कब्जे में ले लिया।
पीड़ित ने साक्षात्कार के दौरान बताया कि कोई भी मेरी मदद नही कर रहा है, अब मुझे सिर्फ मिडिया पर ही विश्वास है।
सी न्यूज ने खानपुर थानाध्यक्ष जितेंद्र सिंह से भी उनका पक्ष जानने की कोशिश की। जितेंद्र सिंह ने कहा कि अवधेश को भेज दीजिए मैं मामले को देखता हूं।
अवधेश का कहना है कि जब मै थाने पर गया तो थानाध्यक्ष ने कहा कि तुम पत्रकारों के बल पर उछड़ रहे हो अभी तुमको थाने में बंद करूंगा तुम्हारी सारी नेतागिरी निकाल दूंगा।
इस तरह का व्यवहार कही न कहीं पुलिस की मंशा पर भी प्रसंचिन्ह लगाता है।
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पीड़ित अवधेश |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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