50 हजार की इनामी व 5 साल से फरार चल रही प्रमिला बाई गिरफ्तार

50 हजार की इनामी व 5 साल से फरार चल रही प्रमिला बाई गिरफ्तार

गोरखपुर । बस्‍ती के कोतवाली क्षेत्र में स्थित बहुचर्चित संतकुटीर आश्रम डमरुआ कांड की एक और आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 50 हजार रुपये की इनामी व पांच साल से फरार चल रही प्रमिला बाई उर्फ पारूल गोयल को एसटीएफ लखनऊ की मदद से कोतवाली पुलिस ने हरिद्वार उत्तराखंड से गिरफ्तार किया।

कोतवाली में प्रमिला बाई के खिलाफ यौनशोषण, साजिश रचने आदि की धारा में दो मुकदमे दर्ज हैं। 26 जनवरी को उसे गिरफ्तार करने के बाद कोतवाली पुलिस उसे लेकर 27 जनवरी को बस्ती पहुंची।

पांच माह पहले गिरफ्तार हुआ था संतकूटीर आश्रम का महंत

इसके पहले एसटीएफ की मदद से कोतवाली पुलिस ने संतकुटीर आश्रम के महंत व पचास हजार के इनामी सच्चिदानंद उर्फ दयानंद को छह माह पहले मुरादाबाद से गिरफ्तार कर किया गया था। एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक कोतवाली राधेश्याम राय की अगुवाई में एसआइ राकेश कुमार मिश्र व एसटीएफ लखनऊ के एसआइ मनोज सिंह की टीम ने हरिद्वार जिले के गंगनहर रुड़की थाना क्षेत्र के गीतांजलि बिहार गणेशपुर के पास से प्रमिला बाई को गिरफ्तार किया।

दिसंबर 2017 में हुआ था संतकुटीर आश्रम कांड

दिसंबर 2017 में संतकुटीर आश्रम में रहने वाली साध्वियों ने कोतवाली में सामूहिक दुष्कर्म, दुष्कर्म, साजिश रचने समेत अन्य धाराओं में दो मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें प्रमिला बाई वांछित चल रही थी। संतकुटीर आश्रम के संचालक सच्चिदानंद उर्फ दयानंद की शिष्या प्रमिला बाई उर्फ पारूल गोयल निवासी रघुवीरगंज थाना कोतवाली जनपद हापुड़ पुलिस को चकमा देकर हरिद्वार में छिपी हुई थी। वहां वह नाम बदलकर रह रही थी।

पांच लोगों पर लगे थे यौनशोषण के आरोप

संतकुटीर आश्रम डमरुआ बस्ती की दो साध्वियों ने 19 दिसंबर 2018 को एसपी से मिल कर उन्हें आश्रम में साध्वियों के साथ हो रहे यौनशोषण की जानकारी दी थी। मामले में कोतवाली पुलिस ने सच्चिदानंद उर्फ दयानंद और उसके सहयोगियों परमचेतानंद, विश्वासानंद, ज्ञान वैराज्ञानंद, प्रमिला बाई व कमला बाई पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। कोतवाली पुलिस ने 26 दिसंबर 2018 को एक और साध्वी की तहरीर पर सच्चिदानंद के विरुद्ध यौन शोषण का मुकदमा दर्ज किया था। इसमें प्रमिला बाई, कमला बाई, उर्मिला बाई और ध्यान बाई को आरोपित बनाया गया था। इन सभी पर आरोप था कि यौन शोषण के मामले में वह सच्चिदानंद का सहयोग करतीं थीं। साभार जेएनएन।

सांकेतिक चित्र

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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