मऊ । उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का अंतिम चरण रह गया है, इसमें मऊ जनपद की मऊ सदर सीट पर मतदान होना है। लेकिन इससे पहले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रत्याशी और बाहुबली विधायक मुख्तारअंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने एक जनसभा के दौरान विवादित भाषण दिया।
इसको लेकर अब्बास अंसारी पर एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है।
जनसभा को संबोधित करते हुए अब्बास अंसारी ने कहा कि मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी से कह कर आया हूं कि 06 महीने तक किसी भी अधिकारी की ट्रांसफर या पोस्टिंग नहीं होगी। जो जहां है, वहीं रहने वाला है। पहले हिसाब-किताब होगा। उसके बाद उनके ट्रांसफर पर मुहर लगेगी।
उन्होंने आगे भी कहा कि हम बाहुबली हैं। हमें इससे कोई गुरेज नहीं है। मेरे नौजवान साथियों की तरफ कुछ बैल सींग निकाल कर खड़े हैं। समय आने दीजिए खूंटे में यही नहीं बांध दिया तो कहिएगा। अखिलेश यादव से मैंने कहा था कि पहले जिन लोगों ने मुकदमे लगाए हैं उनकी भी जांच पड़ताल कर लिया जाए।
उन्होंने ये भी कह दिया कि पिछली सरकार में सरकार को खुश करने के लिए खास तौर पर कुछ अधिकारियों ने अपनी कुर्सी और अपने पद का गलत इस्तेमाल किया है और जनता को प्रताड़ित किया है और उस जनता की आवाज है कि इसकी जांच हो और जो इसमें गलत पाए जाएंगे उनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए। तभी आगे के लिए मैसेज होगा कि कोई अपनी पद की गरिमा को तार-तार ना करते हुए जनता के साथ कोई नाइंसाफी ना करें।
अब्बास अंसारी के खिलाफ दर्ज हुई FIR
अब्बास अंसारी के इस वीडियो पर यूपी के एडीजी कानून और व्यवस्था प्रशांत कुमार ने जांच का आदेश दिया है। वहीं इस मामले में एफआईआर दर्ज हुई है तो वहीं चुनाव आयोग ने भी संज्ञान लिया है। मऊ जिले की सदर सीट पर 1996 तक कोई विधायक लगातार चुनकर नहीं आया, जबकि 1996 के बाद मुख्तार अंसारी के अलावा यहां कोई और चुना नहीं गया। माफिया मुख्तार अंसारी की 26 साल से अजेय सीट पर इस बार उनका बेटा अब्बास अंसारी उम्मीदवार है। साभार पीके।
अब्बास अंसारी, फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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