लखनऊ। यूपी के चार जिलों के डीएम जल्द ही बदले जाएंगे. लंबे समय से एक जगह पर जमे आईएएस अफसरों को अब तबादले की गाज झेलनी पड़ेगी. लंबे समय से लखनऊ, वाराणसी, इटावा और अलीगढ़ में जिलाधिकारी बदले नहीं गए हैं.
ये चारों 2006 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. इन चारों को पदोन्नति मिले लंबा समय बीत चुका है. ऐसे में मंडल में मंडल आयुक्त या फिर शासन में सचिव स्तर का पदभार इन अफसरों को 16 अप्रैल तक हर हाल में संभालना पड़ेगा. इन अधिकारियों में लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश भी हैं.
2006 बैच के सभी आईएएस अफसर सचिव स्तर पर पदोन्नत हो चुके हैं. 16 अप्रैल के बाद ज़िलों में तैनात 2006 बैच के आईएएस अफसरों को शासन में सचिव या मंडलों में मंडलायुक्त के रूप में तैनाती मिलेगी. इनमें से अधिकांश अफसरों को जिले का जलवा ही भा रहा है. मगर शासकीय नियमों के दायरे में बंधे होने की वजह से इनको अब अपना जिला छोड़ना ही पड़ेगा. इन जिलों में नए जिलाधिकारी तैनात किए जाएंगे. इनको 16 अप्रैल तक जिलाधिकारी आवास छोड़ना है.
वाराणसी डीएम कौशलराज शर्मा- 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग के निर्देश पर कौशल राज शर्मा को लखनऊ में जिलाधिकारी के रूप में तैनात किया था. वो योगी आदित्यनाथ की पहली सरकार बनने के बाद लंबे समय तक लखनऊ के जिलाधिकारी रहे थे. बाद में कौशल राज शर्मा को प्रधानमंत्री के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में जिला अधिकारी की भूमिका के लिए चुना गया. अभी तक वो वाराणसी के डीएम हैं.
अलीगढ़ डीएम सेल्वा कुमारी जे- सेल्वा कुमारी जे सरकार की विश्वासपात्र अधिकारियों में से एक हैं. अपनी कार्य क्षमता के लिए जानी जाती हैं.
लखनऊ डीएम अभिषेक प्रकाश- वो कौशल राज शर्मा के बाद लखनऊ के डीएम बनाए गए थे. अभिषेक प्रकाश कुछ समय के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और लखनऊ के डीएम एक साथ रहे.
इटावा डीएम श्रुति सिंह- श्रुति सिंह डीएम इटावा हैं. उनकी शिकायत मुख्यमंत्री से इटावा के सांसद ने की है. इनको भी 16 अप्रैल तक जिला छोड़कर जाना होगा।
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© परमार टाइम्स |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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