घर वाले नहीं थे तैयार तो सिपाही ने मंदिर में लिए सात फेरे

घर वाले नहीं थे तैयार तो सिपाही ने मंदिर में लिए सात फेरे

गोरखपुर । जिले के गगहा थाने में तैनात गाजीपुर के मोहनपुरा निवासी सिपाही शैलेंद्र गुप्ता ने रविवार को करवल मंदिर में प्रेमिका से शादी रचा ली। सिपाही के गांव में युवती का ननिहाल है।

करीब छह साल पहले पढ़ाई के दौरान ही दोनों के बीच प्रेम हो गया था। पिछले दो दिन से युवती शादी की जिद पर अड़ी थी। मंदिर में हुई शादी में दोनों के परिवार के लोग शामिल नहीं हुए।

जानकारी के मुताबिक, गाजीपुर जिले के नंदगंज निवासी शगुन राय की सिपाही के गांव में ननिहाल है। शगुन ने अपनी पढ़ाई ननिहाल में रह कर की थी। बताया जा रहा है कि दोनों की मुलाकात गांव में ही हुई थी। दोनों के प्रेम के बीच ही 2020 में शैलेंद्र गुप्ता की पुलिस में नौकरी लग गई। जब इसकी जानकारी उनके परिवारीजनों को हुई तो वह शादी के लिए तैयार नहीं थे। धीरे-धीरे समय बीतता गया, लेकिन दोनों का इरादा नहीं बदला। शैलेंद्र की गगहा थाने पर तैनाती है। वह शगुन से बातचीत करता रहा और मिलता जुलता रहा।

शुक्रवार को शगुन ने फोन पर बात की और गगहा थाने पर चली आई। दोनों ने आपस में बात कर शादी करने का फैसला कर लिया। दोनों ने अपने परिवार के लोगों को भी फैसले के बारे मे जानकारी दे दी। परिजन आए लेकिन शादी के लिए दोनों परिवार राजी नहीं हुए और अपने घर वापस चले गए।

सिपाही जिस मकान में किराये पर रहता है उसके मालिक मुखलाल व उनकी पत्नी ने शादी मे सहयोग प्रदान किया। परिजनों के इनकार के बाद भी रविवार की रात 8 बजे मां करवल मां को साक्षी मानकर दोनों ने मंदिर में सात फेरे लिए और एक दूसरे को जयमाल पहनाकर साथ देने का वादा किया।

सिपाही ने बताया कि दोनों परिवारों को मनाने की कोशिश की गई लेकिन कोई भी समझने को तैयार नहीं था। ऐसे में मकान मालिक के सहयोग से विवाह संपन्न हुआ। साभार ए. यू।

फाइल फोटो

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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