नई दिल्ली । साहिबाबाद के डीएलएफ दिलशाद एक्सटेंशन में 5 मई को हुई नवविवाहिता सोनी उर्फ संतोषी की हत्या के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। साहिबाबाद पुलिस और एसपी सिटी सेकेंड की एसओजी टीम ने संयुक्त कार्रवाई के दौरान मृतका के पति और उसकी मुंह बोली मौसी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस का कहना है कि मृतका के पति और उसकी मुंह बोली मौसी के बीच बीते 12 सालों से अवैध संबंध थे। नवविवाहिता दोनों के अवैध संबंधों में रोड़ा बन रही थी। जिसके चलते मौसी ने ऑडियो वायर से संतोषी की गला घोटकर हत्या कर दी और पुलिस को गुमराह करने के लिए घर में लूटपाट के दौरान बदमाशों द्वारा संतोषी की हत्या किए जाने का नाटक रच दिया। पुलिस का कहना है कि मृतका के पति को दहेज हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वह हत्यारोपी मौसी के साथ मिलकर अपनी पत्नी को दहेज की खातिर प्रताडि़त किया करता था।
एसपी सिटी सेकेंड ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि नवविवाहिता सोनी उर्फ संतोषी की हत्या के मामले में पुलिस ने पति संतोष कुमार साहू (37) और उसकी मुंह बोली मौसी शांति (47) को गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान पता चला कि पूर्व में शांति के पति की मौत हो चुकी है। वर्ष 2009 में वह दिल्ली के पड़पडग़ंज इलाके में नौकरी करती थी। वहीं उसकी मुलाकात मूलरूप से उड़ीसा के रहने वाले संतोष कुमार साहू से हुई और कुछ समय बाद उनके बीच संबंध बन गए। हालांकि पति की मौत के बाद शांति ने दूसरी शादी भी की, लेकिन शांति के क्रियाकलापों को देखते हुए दूसरे पति ने भी उसे छोड़ दिया था। इसके बाद से ही शांति और संतोष एक साथ डीएलएफ कॉलोनी के फ्लैट में रहने लगे थे। उनके साथ संतोष की बुजुर्ग मां पद्मावती भी रहती थी।
बहू नहीं संतोषी को नौकरानी बनाना चाहती थी शांति
एसपी सिटी सेकेंड ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि बीते फरवरी माह में शांति ने ही संतोष की शादी अपने समाज की लडक़ी संतोषी निवासी ज्वालापुर हरिद्वार से कराई थी। संतोष की शादी कराने के पीछे शांति का मकसद उसकी नवविवाहिता पत्नी से घर का कामकाज कराने का था। वह संतोषी को घर में नौकरानी बनाकर रखना चाहती थी। शादी के 10 दिनों बाद से ही पति और उसकी मुंह बोली मौसी ने संतोषी को दहेज की खातिर प्रताडि़त करना शुरू कर दिया था। दहेज की खातिर प्रताडि़त करने के पीछे भी शांति का मकसद संतोषी को परेशान रखने का था, ताकि वह पति के अवैध संबंधों पर ज्यादा ध्यान न दे सके। इस सबके बावजूद शादी के कुछ दिनों बाद ही संतोषी को पति और उसकी मौसी के बीच अवैध संबंधों की जानकारी हो गई थी। जिसका उसने विरोध करना शुरू कर दिया था। पुलिस का कहना है कि बेशक संतोषी की हत्या शांति ने की, लेकिन पति को भी दहेज हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
वह डायरी में लिखती थी खुद पर ढाए जा रहे जुल्मों की दास्तां
एसएचओ साहिबाबाद नागेन्द्र चौबे ने बताया कि घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को घटनास्थल से मृतका की एक डायरी मिली थी। जिसमें वह शांति और पति संतोष द्वारा ढाए जा रहे जुल्मों की दास्तां को रोजाना लिखा करती थी। डायरी के पन्नों में उसने अपनी परेशानी के सबब को लिखा है। उसने लिखा कि आज मैं बहुत परेशान हूं। मैं अपने पति को बहुत प्यार करती हूं, लेकिन..एसएचओ का कहना है कि जिस तरह से संतोषी ने डायरी के पन्नों में अपने मन की बात लिखी है उसे पढक़र प्रतीत होता है कि वह बहुत परेशान थी। इस डायरी से भी पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में खासी मदद मिली। एसएचओ चौबे का कहना है कि बरामद डायरी को पुलिस ने केस का हिस्सा बनाया है।
सीसीटीवी ने बेनकाब कर दी हत्यारोपी शांति की साजिश
एसएचओ साहिबाबाद ने बताया कि 5 मई को सुबह संतोष के ऑफिस चले जाने के बाद शांति और संतोषी के बीच झगड़ा हुआ था। शांति ने उसे सुबह देरी से उठने पर भला बुरा कहा था। जिससे से परेशान होकर संतोषी ने घर में रखा जहरीला पदार्थ पी लिया था। जहरीला पदार्थ पीने से संतोषी के मुंह से झाग आने लगे थे और उसका शरीर ठंडा पडऩे लगा तो शांति बुरी तरह से घबरा गई। संतोषी के मर जाने पर उसे खुद के पकड़े जाने का डर सताने लगा। इस पर वह बेसुद संतोषी को बाथरूम में ले गई और उसके सिर पर पानी डालकर होश में लाने का प्रयास किया, बात न बनने पर शांति ने ऑडियो वायर से उसका गला घोटकर हत्या कर दी। साथ ही पुलिस को गुमराह करने के लिए शांति ने घर की अलमारी के लॉक तोड़े और उसमें रखी ज्वैलरी व कैश को लेकर वह फरार हो गई। लेकिन घर से कैश और ज्वैलरी भरा बैग ले जाते और वापस खाली हाथ लौटते हुए शांति कई सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई।
संतोष के दफ्तर से लौटने पर लौटी हत्यारोपी शांति
एसपी सिटी सेकेंड ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि हत्यारोपी शांति घर से कैश और ज्वैलरी लेकर दिल्ली में रहने वाले अपने एक जानकार के घर चली गई थी। वहां उसने कैश अपने जानकार के घर रख दिया और ज्वैलरी को 9वीं मंजिल पर रखी टंकी के नीचे छिपा दिया था। देर शाम संतोष के दफ्तर से घर लौटने के कुछ देर बाद ही शांति भी डीएलएफ कॉलोनी स्थित फ्लैट पर पहुंच गई। संतोष ने घटना की सूचना पुलिस को दी और जब पुलिस मौके पर पहुंची तो शांति ने लूटपाट के दौरान संतोषी की हत्या किए जाने का अंदेशा जताया। साथ ही संतोष ने ऊपर के फ्लैट में रहने वाले मजदूरों पर घटना को कारित करने का शक जाहिर किया। जिस पर पुलिस ने सभी मजदूरों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन पुलिस को उनसे कोई क्लू हाथ नहीं लग सका। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और मृतका की डायरी से मिले क्लू के आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। साभार एनटी।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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