जौनपुर । चिकित्सा व्यवस्था में सुधार के लिए प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा तमाम तरह के प्रयास किये जा रहे हैं। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग में काम करने डॉक्टर के रवैये में सुधार नहीं आ रहा है। आलम ये है कि जौनपुर के विभिन्न अस्पताल में 6 डॉक्टर ऐसे हैं जो पिछले 4 वर्षों से चिकित्सकीय सेवा नहीं प्रदान कर रहे हैं। इनमें से 2 डॉक्टर के ऊपर गाज भी गिर चुकी है। लेकिन अन्य डॉक्टर के रवैये में कार्यवाई के बाद भी सुधार नहीं आ रहा है। CMO लक्ष्मी सिंह ने बताया है कि इन डॉक्टर के खिलाफ शासन को पत्र भी लिखा जा चुका है।
नहीं हो रहा है सुधार
करोड़ों रूपए खर्च कर सरकार आम आदमी तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुँचाना चाह रही है। कोशिश ये है कि सरकारी इलाज सुलभता से आम आदमी कि पहुँच में आ जाये। लेकिन कई डॉक्टर्स सरकार की इस मंशा पर पानी फेर रहे हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सतहरिया पर तैनात डॉक्टर प्रमोद सिंह, सर्जन डॉक्टर नीरज सिन्हा, कुद्दूपुर के अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉक्टर अनुप्रास और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉक्टर संध्या सिंह गायब हैं।
हो चुकी है कार्यवाई
जिला अस्पताल पर तैनात डॉक्टर धर्मेंद्र सिंह और सत्येंद्र कौशल भी लम्बे समय से गायब चल रहे थे। इनकी अनुपस्थिति को लेकर शासन को पत्र भी लिखा गया था। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इन डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाई करते हुए निलंबन की कार्यवाई की थी।
बिना सूचना गायब हैं चिकित्सक
जौनपुर में चिकित्सक बिना अवकाश लिए गायब हैं। जिसके चलते दूर दराज के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहती हैं। स्वास्थ्य विभाग ऐसे चिकित्सकों के खिलाफ कार्यवाई के मूड में नज़र आ रहा है। इस सम्बन्ध में CMO डॉक्टर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि वर्षों से गायब चल रहे डॉक्टर की सूची शासन को भेजी गयी है। उन्होंने बताया की जल्द ही इन डॉक्टर के खिलाफ शासन स्तर से कार्यवाई की जायेगी। साभार डीबी।
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सीएमओ, डॉ लक्ष्मी सिंह |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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