साइबर अपराधियों से रहे सावधान, नेटवर्क की समस्या पूछ लोगों को जाल में फंसा रहे जालसाज

साइबर अपराधियों से रहे सावधान, नेटवर्क की समस्या पूछ लोगों को जाल में फंसा रहे जालसाज

आजमगढ़ । सावधान! साइबर अपराधियों ने धन हड़पने के लिए एक नया फार्मूला तैयार किया है। उनके फोन पर अगर आपने विश्वास कर दिए गए कोड के साथ अपना नंबर डायल कर दिया, तो उनके पास आपके उन सभी दोस्तों का भी नंबर पहुंच जाएगा, जो आपके वाट्सएप से जुड़े हैं।

सभी नंबर हासिल करने के बाद अपनी तकनीक से वह उसी नंबर से फोन करके खुद को मुसीबत में बताकर पैसे मांग सकते हैं। ऐसे में अतिरिक्त सतर्कता बरतना ही साइबर अपराधियों से बचने का एकमात्र उपाय है। साइबर ठग लोगों को फोन कर दूरसंचार कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए पूछते हैं कि आपके नेटवर्क में किसी तरह की कोई परेशानी तो नहीं आ रही है। विश्वास में लेने के लिए ठग कहते हैं कि आपसे कोई ओटीपी नहीं मांगी जाएगी। जिन उपभोक्ताओं द्वारा खराब नेटवर्क कनेक्टिविटी की समस्या बताई जाती है उनसे दिए गए कोड के साथ अपना मोबाइल नंबर लिखकर काल करने को कहा जाता है। दरअसल स्पेशल कोड के साथ नंबर डायल करते ही उस नंबर से जुड़े सभी वाट्सएप मित्रों का नंबर पर डायवर्ट हो जाता है। उसके बाद वह विशेष तकनीक के सहारे परिचितों से पैसे मांगते हैं। चूंकि नंबर असली होता है इसलिए लोगों को लगता है कि उनका परिचित पैसा मांग रहा है और मांगी गई रकम ट्रांसफर कर देते हैं।

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ये हैं काल डायवर्ट के स्पेशल कोड

- 401<10 अंकों का मोबाइल नंबरXgt;

-आइडिया: *21<10 अंकों का मोबाइल नंबरXgt;

-*61<10 अंकों का मोबाइल नंबरXgt;

-एयरटेल:*61<10 अंकों का मोबाइल नंबरXgt;

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ऐसे हैक करते हैं वाट्सएप के नंबर

साइबर क्राइम विषेशज्ञ विजय श्रीवास्तव ने बताया कि वाट्एसप एकाउंट को वेरिफाई करने के लिए दो विकल्प होता है। एक जरिये ओटीपी और दूसरा काल। चूंकि सभी काल ठग के मोबाइल नंबर पर डायवर्ट रहती है इसलिए ठग काल विकल्प को सेलेक्ट करते हैं और दूसरे के वाट्सएप को अपने फोन में लागिन करके उस एकाउंट में मौजूद वाट्सएप ग्रुप और नंबरों पर मैसेज करके पैसे की मांग करते हैं। परिचित नंबर को देखकर विश्वास करके खाते में रकम ट्रांसफर कर देते हैं।

काल डायवर्ट कर ठगी के कई मामले प्रकाश में आए हैं। इसमें अधिकारी व नेताओं को भी अपना शिकार बनाया गया है। इस तरह की काल से सतर्क रहें। किसी तरह की सूचना न दें।साभार जेएनएन।विमल प्रकाश राय, प्रभारी, साइबर सेल।

सांकेतिक चित्र

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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