संतकबीर नगर । बखिरा थानाक्षेत्र की महिला न्याय के लिए दर-दर भटक रही है। मनबढ़ों ने महिला को इतना पीटा कि वह बेहोश हो गई थी।
मां को बचाने पहुंची नाबालिग बेटी का आरोपितों ने कपड़ा फाड़ दिया। आसपास के लोगों ने बीच बचाव किया और पीड़ित को अस्पताल पहुंचाया। इतना सब होने के बाद भी पुलिस महिला की नहीं सुन रही। महिला पूरी तरह से टूट गई है। उसने कहा कि मनबढ़ उसे जीने नहीं दे रहे। पुलिस मदद नहीं कर रही है, आरोपितों से मिली है। अब जिंदा रहने का मन नहीं कर रहा है। उसने मुख्यमंत्री के साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भेजकर आत्मदाह करने की चेतावनी दी है।
अल्पसंख्यक वर्ग की महिला ने कहा कि गांव के कुछ लोग उसकी संपत्ति पर कब्जा करना चाहते हैं। कुछ दिन पूर्व बड़ी संख्या में आरोपित रात में उसके घर पहुंच गए और दरवाजा पीटने लगे। परिवार के लोग पूरी रात डर के मारे घर में दुबके रहे। पुलिस को सूचना देने के बाद भी कोई नहीं पहुंचा। सुबह जब वह घर से बाहर निकली तो आरोपितों ने उसे पीटना शुरू कर दिया। लाठी-डंडे से इतना पीटा कि वह बेहोश हो गई। नाबालिग बेटी बचाने आई तो आरोपितों ने सबके सामने बेटी का कपड़ा फाड़ दिया, लेकिन आरोपितों को दया नहीं आई। आसपास के लोग हमें अस्पताल पहुंचाए। पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन वह नहीं पहुंची। महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस मनबढ़ों के प्रभाव में है। इसीलिए कोई कार्रवाई नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि उनके पति का भी कुछ दिन पूर्व आरोपितों ने मारकर पैर तोड़ दिया था, जिसका मुकदमा दर्ज है। इस मामले को भी खत्म करने का पुलिस दबाव बना रही है। महिला ने कहा कि वह पूरी तरह से टूट गई है। कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही। अब जान देने के सिवा कोई चारा नहीं बचा है।
मामले की जानकारी नहीं है। यदि महिला को पीटा गया है और बच्ची का कपड़ा फाड़ा गया है तो यह गंभीर मामला है। वह स्वयं इसकी जांचकर आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे।साभार जेएनएन।
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सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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