रामपुर ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए बड़ी संख्या में बीडीसी सदस्य पहुंचे कलेक्ट्रेट

रामपुर ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए बड़ी संख्या में बीडीसी सदस्य पहुंचे कलेक्ट्रेट

जौनपुर । रामपुर ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए शुक्रवार को बड़ी संख्या में बीडीसी सदस्य कलेक्ट्रेट पहुंचे। एडीएम राम प्रकाश से मिलकर उन्हें 57 बीडीसी सदस्यों के हस्ताक्षर का प्रार्थना पत्र दिया।

एडीएएम ने मौके पर 56 की तस्दीक भी की। इस दौरान डीएम ऑफिस के बाहर जमकर धक्का-मुक्की भी हुई।

वहीं, दूसरे पक्ष का आरोप है कि कुछ बीडीसी सदस्यों को पैसे की लालच देकर अनपरा के एक लॉज में 15 दिन रखा गया है। शराब और पैसे का लालच देकर उन्हें घर नहीं आने दिया जा रहा है। रामपुर ब्लॉक में 99 बीडीसी सदस्य हैं। यहां से ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में प्रत्याशी नीलम सिंह ने 55 वोट पाकर जीत दर्ज की थी। जबकि निकटतम प्रतिद्वंदी मतों के साथ राहुल सिंह थे।

बस से बीडीसी सदस्यों को लाया गया
बीते एक पखवारे से रामपुर ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी चल रही थी। राहुल सिंह के समर्थन में शुक्रवार दोपहर बड़ी संख्या में बीडीसी सदस्य जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। एडीएम राम प्रकाश को 57 बीडीसी सदस्यों का परेड कराने का दावा किया। हालांकि एडीएम के सामने 56 लोग ही पेश हुए। प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक गमछे से घेरकर बस से बीडीसी सदस्यों को लाया गया था।


अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व रामप्रकाश के सामने ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए हस्ताक्षर युक्त प्रार्थना पत्र दिया गया। उधर दूसरा पक्ष भी कलेक्ट्रेट पहुंच गया। इस दौरान डीएम ऑफिस के बाहर जमकर धक्का-मुक्की भी हुई। हंगामे की सूचना पर थानाध्यक्ष लाइन बाजार अखिलेश मिश्रा, सिविल लाइन चौकी प्रभारी और क्यूआरटी भी आ गई।

थानाध्यक्ष का कहना है कि मारपीट नहीं हुई थी। लेकिन, दूसरे पक्ष के भी आ जाने के बाद मारपीट की आशंका जताई जा रही है। इस कारण फोर्स मौके पर आई। एडीएम ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के संबंध में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया था।

दावा- सभी बीडीसी सदस्य हमारे पक्ष में वर्तमान ब्लॉक प्रमुख नीलम सिंह के पुत्र विपिन ने बताया कि गरीब तबके के कुछ बीडीसी सदस्यों को पैसे की लालच देकर अनपरा के एक लॉज में 15 दिन से रखा गया है। शराब और पैसे का लालच देकर उन्हें घर नहीं आने दिया जा रहा है। इस कारण उनके परिवार के लोग परेशान हैं। दावा किया कि सभी बीडीसी सदस्य हमारे पक्ष में हैं। कुछ बीडीसी मुझसे मिलना चाहते थे, लेकिन कलेक्ट्रेट में उन्हें मिलने नहीं दिया गया, जिसे लेकर धक्का-मुक्की हुई है। साभार ए. यू।

फोटो, अमर उजाला

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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