जौनपुर । जनपद में लो-वोल्टेज की समस्या से तंग हाल उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है। जौनपुर में 432 करोड़ की लागत का पावर प्रोजेक्ट का कार्य समाप्ति की ओर है
जौनपुर में 432 करोड़ की लागत का पावर प्रोजेक्ट का कार्य समाप्ति की ओर है। पारेषण लाइनों का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। लाइनों में मंगलवार को विद्युत दौड़ाने का ट्रायल किया जाएगा। नए साल से जौनपुर समेत पांच जनपदों को विद्युत आपूर्ति मिलने लगेगी।
कटाहित खास गांव में दस हेक्टेयर भूमि में विद्युत विभाग की ओर से 400 केवी के ट्रांसमिशन केंद्र के निर्माण कार्य की शुरुआत हुई थी। नौ हेक्टेयर ग्राम सभा की भूमि के अलावा लगभग एक हेक्टेयर की भूमि विभाग ने मुआवजा देकर बैनामा करवाया था। छोटे-मोटे अवरोध के बाद वर्ष 2017 से शुरू पावर प्लांट का निर्माण अब लगभग पूरा हो चुका है। ट्रांसमिशन केंद्र स्थापित करने के लिए शुरुआत में 732 करोड़ का प्रोजेक्ट बनाकर भेजा गया था, बाद में उसे कम कर 432 करोड़ कर दिया गया।
पावर प्लांट में चार बड़ी लाइन से बिजली लाई जाएगी। इसमें दो लाइन थारा पावर ग्रिड इंडिया लिमिटेड सेवर द्वारा जबकि दो लाइन ओबरा पावर ग्रिड से आएगी। ओबरा ग्रिड की दो लाइनों में एक ओबरा की ग्रुप बी और दूसरी ग्रुप सी से पावर प्लांट में लाई जाएगी। सभी लाइन 400 केवी में आएगी। इसे पावर प्लांट की मशीनों से बदलकर 220 केवी में करके वाराणसी के गजोखर, आजमगढ़, प्रयागराज, भदोही सहित जौनपुर जिले के बड़े उपकेंद्रों को आपूर्ति की जाएगी। इसके अलावा 132 केवी की एक लाइन बदलापुर के वसागंज पावर हाऊस पर आपूर्ति दी जाएगी।
ट्रांसमिशन केंद्र में कार्य कर रहे इंजीनियर के अनुसार 23 अगस्त को शाम चार बजे पावर प्लांट से पहली पारेषण लाइन की शुरुआत मुंगराबादशाहपुर के 132 उपकेंद्र पर चालू होगी। पावर प्लांट शुरू होने के बाद जिले सहित क्षेत्र की लो वोल्टेज समस्या समाप्त होने की भी बात कही जा रही है।
ओबरा से कटाहित खास तक 166 किलोमीटर पारेषण लाइन का कार्य पूर्ण हो गया है। इस कार्य को अदाणी ट्रांसमिशन द्वारा किया जा रहा था। इसके अलावा जौनपुर-गजोखर 220 केवी आजमगढ़-भदोही, 220 केवी फूलपुर-झूंसी आदि पारेषण लाइनों का कार्य लगभग समाप्ति की ओर है। जनवरी में सभी पांच जनपदों में आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। साभार एनटी।
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सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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