आधुनिक साजो-सज्जा से लैस होगा जौनपुर में बनने वाला नया जेल, बच्चों के लिए स्कूल, बंदियों के लिए खेल मैदान

आधुनिक साजो-सज्जा से लैस होगा जौनपुर में बनने वाला नया जेल, बच्चों के लिए स्कूल, बंदियों के लिए खेल मैदान

जौनपुर । करीब डेढ़ सौ साल पहले बनी जेल अब शहर से सात किमी दूर नई बनाई जाएगी है। 24 हेक्टेयर में प्रस्तावित इस जेल को अत्याधुनिक तरीके से बनाया जाएगा, इसका काम जल्द शुरू होगा। 1032 बंदियों-कैदियों के क्षमता वाली प्रस्तावित जेल में बंदियों के साथ रह रहे उनके बच्चों को कक्षा पांच तक पढ़ाने के लिए सरकारी स्कूल भी खोला जाएगा, जबकि किशोर बंदियों के लिए वालीबाल, फुटबाल और बैटमिंटन कोर्ट भी बनाया जाएगा।

इसके लिए ड्राइंग तैयार कर ली गई है। बजट के लिए पत्र वित्त विभाग को भेज दिया गया है।
अंग्रेजों के राज में बने जिला कारागार की बंदी क्षमता 320 है। जबकि यहां मौजूदा समय में करीब 1300 बंदी हैं। 2018 में प्रशासन ने जिला मुख्यालय से करीब सात किलोमीटर दूर जौनपुर-मिर्जापुर रोड पर कुद्दूपुर, रंजीतपुर व इंदरिया गांव में करीब 24 हेक्टेयर जमीन चिह्नित किया था। इसमें 12.9 हेक्टेयर जमीन 343 किसानों की थी, जबकि 10.9 हेक्टेयर ग्राम समाज की। किसानों की जमीन अधिग्रहीत कर ली गई, उन्हें सर्किल रेट से चार गुना अधिक मुआवजे के तौर पर करीब 44 करोड़ रुपये दिया गया। इसके बाद 338 किसानों से उनकी भूमि की रजिस्ट्री कराई गई। इस समय जो पांच किसान बचे हैं, उनकी भी सहमति हो गई। हालांकि उनके दूसरे प्रांत रहने के कारण रजिस्ट्री नहीं हो पाई है। वहीं, नियमानुसार 90 प्रतिशत रजिस्ट्री पूरी होने पर काम शुरू किया जा सकता है। इस कारण जेल निर्माण के लिए डीएम के माध्यम से महानिदेशक कारागार, प्रमुख सचिव गृह को पत्र भेजवाया गया था। जहां से कार्यदायी संस्था के रुप में लोक निर्माण विभाग की वाराणसी यूनिट को नामित किया गया है।
करीब ढाई सौ करोड़ की लागत से बनने वाली नई जेल के निर्माण के लिए ड्राइंग भी तैयार हो गई है, जिसमें यह तय किया गया कि 1032 बंदियों-कैदियों के क्षमता वाली जेल का निर्माण कराया जाएगा, जो अत्याधुनिक तरीके की सुविधाओं से भी लैश होगा। जेल में बंदियों के बैरक के अलावा प्रमुख रुप से 6 साल तक के बच्चों के जेल में रहने के कारण उनकी पढ़ाई के लिए प्राथमिक विद्यालय की स्थापना होगी, जिसमें अध्यापक की तैनाती भी की जाएगी। इसी तरह किशोर बंदियों के लिए खेल मैदान बनाया जाएगा, जिसमें फुटबाल, बैटमिंटन कोर्ट और वालीबाल खेलने की भी व्यवस्था दी जाएगी। जेल के अत्याधुनिक कार्यालय और भंडार गृह होंगे। इसी तरह पूरे जेल परिसर को सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रखा जाएगा। हाई फ्रीक्वेंसी वाला जैमर लगाया जाएगा।
नए जेल की क्षमता 1032 की होगी, जो अत्याधुनिक तरीके से बनाई जाएगी। इसके लिए लोक निर्माण विभाग के वाराणसी यूनिट को जिम्मेदारी दी गई है। बजट के लिए वित्त विभाग को पत्र लिखा गया है। नये जेल में प्राथमिक विद्यालय और खेल मैदान भी बनाया जाएगा, जिसमें बैटमिंटन, फुटबाल और वालीवाल खेलने की सुविधा होगी। इसके लिए ड्रा इंग तैयार हो चुका है। साभार ए. यू।
एसके पांडेय, जेल अधीक्षक।

फाइल फोटो 

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

0/Post a Comment/Comments

और नया पुराने