जौनपुर । बक्शा पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम ने पूर्णिमा जायसवाल हत्याकांड का राजफाश कर तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। नृशंस वारदात में कार, मृत पूर्णिमा का पर्स व पासबुक बरामद हुई है।
अनैतिक संबंध में उसे मौत के घाट उतारा गया था। आरोपितों ने जुर्म कबूल कर लिया है।
गत 26 सितंबर की सुबह वाराणसी-लखनऊ हाईवे पर बक्शा-सवंसा मार्ग पर भैरोपुर में सड़क किनारे हत्या कर फेंका गया महिला का शव पाया गया था। पहचान न होने पाए, इस मंशा से कातिलों ने सिर व चेहरा जला दिया था। छानबीन के दौरान शव के पास से मिले मोबाइल फोन से तीसरे दिन मृत महिला की शिनाख्त सुल्तानपुर के बल्लीपुर गोमती नगर निवासी संतोष जायसवाल की पत्नी पूर्णिमा जायसवाल के रूप में हुई।
छानबीन में चिह्नित किए गए तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने कातिलों को गिरफ्तार कर राजफाश के लिए टीमें गठित कर दीं। एएसपी (ग्रामीण) शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि छानबीन में चिह्नित किए गए तीन आरोपितों नूर मोहम्मद उर्फ सानू निवासी गभड़िया कोतवाली शहर, संदीप गौतम उर्फ जानी हरदासपुर थाना चांदा व जय सिंह ग्राम सोनबरसा थाना लंभुआ सुल्तानपुर को रविवार की सुबह भैरोपुर सवंसा से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में आरोपितों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। गिरफ्तारी करने वाली टीम में थानाध्यक्ष बक्शा त्रिवेणी सिंह, स्वाट टीम प्रभारी आदेश कुमार त्यागी, सर्विलांस प्रभारी राम जनम यादव, एसआइ जितेंद्र कुमार सिंह व हमराही रहे।
कैसे दिया था वारदात को अंजाम
थानाध्यक्ष बक्शा त्रिवेणी सिंह ने बताया कि पूर्णिमा जायसवाल का करीब चार साल से अविवाहित नूर मोहम्मद उर्फ सानू से अनैतिक संबंध था। पूर्णिमा सानू पर साथ रखने के लिए दबाव बनाने लगी थी। इसी के चलते सानू ने अपने दोस्तों संदीप उर्फ जानी व जय सिंह के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रच डाली।
मायके अयोध्या से सुल्तानपुर पहुंचते ही पूर्णिमा को कार में बैठा लिया। सुल्तानपुर से जौनपुर की तरफ चलते ही शराब पिलाकर पूर्णिमा की गला घोंटकर हत्या कर दी। साक्ष्य मिटाने को चेहरा व सिर जलाकर सुनसान स्थल पर शव फेंककर भाग गए। साभार जेएनएन।
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पकड़े गए आरोपी |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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