आज भी एक बस में भूत के लिए छोड़ दी जाती है एक सीट, अगर गलती से कोई भी सीट पर बैठ जाए तो अदृश्य शक्ति कर देती है पिटना शुरू

आज भी एक बस में भूत के लिए छोड़ दी जाती है एक सीट, अगर गलती से कोई भी सीट पर बैठ जाए तो अदृश्य शक्ति कर देती है पिटना शुरू

मिर्जापुर। तमाम लोग भूत-प्रेत जैसी रहस्यमयी चीजों में यकीन नहीं रखते. लेकिन कई बार हमारे आसपास ऐसी घटनाएं हो जाती हैं जिनपर यकीन कर पाना मुश्किल होता है. उसके बाद हमें भूतों के अस्तित्व के बारे में सोचने को मजबूर हो जाते हैं.

आज हम आपको भूतों से जुड़ी एक ऐसी ही कहानी बताने जा रहे हैं जो उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर की है. जहां एक बस में भूत के लिए एक सीट आज भी छोड़ी जाती है. ऐसा कहा जाता है कि इस सीट पर अगर कोई बैठता है तो उसे अदृश्य शक्ति द्वारा पीटना शुरु कर दिया जाता है.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं मिर्जापुर से श्रीग्राम जाने वाली उपनगरीय बस सेवा की एक बस के बारे में. इस बस के बारे में कहा जाता है कि इस बस में एक सीट हमेशा एक भूत के लिए छोड़ दी जाती है. कहा जाता है कि बस की पीछे वाली सीट पर शमशेर सिंह नाम के एक व्यक्ति का भूत आकर बैठता है इसलिए इस सीट को खाली छोड़ दिया जाता है.

कौन थे शमशेर सिंह

बताया जाता है कि आज से करीब एक दशक पहले तक शमशेर सिंह नाम का एक शख्स इस बस से रोज सुबह मिर्जापुर से श्रीग्राम तक जाता था. उस शख्स की श्रीग्राम में एक दुकान थी, लेकिन वह मिर्जापुर में रहते थे. शमशेर सिंह रोज सुबह छह बजे इसी उपनगरीय बस से श्रीग्राम जाते थे. बताया जाता है कि उनकी आदत थी कि वह बस में पीछे वाली ही सीट पर बैठते थे.

शमशेर सिंह को बस में ही आ गया था हार्ट अटैक

एक दिन वह श्रीग्राम से वापस इसी बस से मिर्जापुर आ लौट रहे थे. तभी उन्हें दिल का दौड़ा पड़ गया और उनकी मौत हो गई. कहा जाता है कि शमशेर सिंह कई सालों तक इसी बस से सफर किया करते थे इसलिए जब तक वह बस में नहीं बैठ जाते थे तब तक ड्राइवर बस को आगे नहीं बढ़ाता था. जिस दिन शमशेर सिंह की मौत हुई उस दिन बसंत पंचमी का दिन था.

शमशेर सिंह के भूत ने की यात्री की पिटाई

कहा जाता है कि शमशेर सिंह की मौत के कुछ ही दिन बाद यही बस मिर्जापुर से श्रीग्राम तक जा रही थी. बस पूरी तरह भर चुकी थी केवल वही सीट खाली थी जिस पर शमशेर सिंह बैठते थे. बस में चढ़ने वाला एक यात्री पूरी भरी हुई बस देखकर पीछे वाली उस खाली सीट पर बैठने लगा, लेकिन जैसे ही वह उस सीट पर बैठा कि उसे लगा कि किसी ने उसे पकड़कर बुरी तरह सीट के नीचे पटक दिया. वह यात्री तो बुरी तरह घबरा गया.

बस के ड्राइवर और कंडक्टर को बात समझ में आ गई कि सब शमशेर सिंह के भूत की वजह से ही हुआ है. इसलिए उन्होंने इस सीट को खाली छोड़ना तय किया. उसके बाद रोजाना इस सीट को शमशेर सिंह के भूत के लिए खाली छोड़ दिया जाता है. साभार कैच न्यूज।


नोट: हमारा चैनल इस तरह की किसी भूतिया स्टोरी को बढ़ावा नहीं देता।

सांकेतिक चित्र 

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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