आजमगढ़ । जिले में नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी एनआईए ने डेरा डाल दिया है। एनआईए की यह सक्रियता हाल ही में पीएफआई को लेकर पूरे देश में हुई छापेमारी के बाद मिलें लिंकेज के आधार पर बढ़ी है। इससे एक माह पूर्व भी जिले में गुपचुप तरीके से छापेमारी की थी। जिल के बिलरियागंज, मुबारकपुर और सरायमीर जैसे इलाके खाड़ी देशों के संपर्क में हैं। ऐसे में यहां के लिंकेज के बारे में निगरानी की जा रही है और इस सिडिंकेट से जुड़े लोगों के बारे में जानकारी भी जुटाई जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी जांच में पाया कि चंदे के तौर पर जो पीएफआई प्राप्त करती है, उसमें बहुत सारे फर्जी
दानदाता हैं। जिन व्यक्तियों के नाम से चंदे काटे गए जब उनकी जांच की गई तो वह बहुत गरीब पाए गए। पीएफआई अपनी जिला समितियों के माध्यम से भेजे गए धन का एक हिस्सा अपने पोषण के लिए इस्तेमाल करती है। पीएफआई खाड़ी देशों में इकट्ठा किए धन का हिस्सा दरबार रेस्टोंरेट को भेजती है। दरबार रेस्टोंरेट इस काले धन को सफेद में परिवर्तित करके भारत में भेजती थी। यह कोई पहला मामला नहीं है जब एनआईए ने जिले में छापेमारी की है। आज भी एनआईए की लिस्ट में जिले के छह फरार इनामी आतंकी शामिल हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।आजमगढ़ से भी जुड़ा था PFI का हवाला लिंक
लगभग एक माह पूर्व पूरे देश में पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) की छापेमारी में आजमगढ़ का लिंक सामने आया था। उस समय भी पीएफआई का हवाला लिंक आजमगढ़ से भी मिलता नजर आ रहा है। पीएफआई ने सिर्फ भारत में कट्टरपंथ को बढ़ाने के मंसूबे पर लगी थी बल्कि को-एजुकेशन स्कूलों में पढ़ने वाली हाई प्रोफाइल घरों की लड़कियों को टारगेट करने पर भी काम कर रही थी। अपनी योजना के तहत अपने साफ्ट टार्गेट का ब्रेनवाश कर अपने मंसूबों में कामयाब होना था। एक माह पूर्व जिले में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर छापेमारी कर कई लोगों से पूछताछ में जो इनपुट मिले हैं वह बेहद चौंकाने वाले थे। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पीएफआई और उसकी फ्रंट आर्गेनाइजेशन रिहैब इंडिया फाउंडेशन के बैंक खातों में जब्त 73 लाख की धनराशि लखनऊ की विशेष अदालत में दो अभियोजन शिकायतें दर्ज की गई हैं। भारत और भारत से बाहर मनी लॉड्रिंग पीएफआई संचालित कर रही है जिसमें से केरल स्थित मुन्नार विला विस्टा प्राइवेट लिमिटेड और अबू धाबी का दरबा रेस्टोरेंट है।
यह इलाके हैं हवाला का गढ़
आजमगढ़ जिला हवाला कारोबार से तो चार दशक से जुड़ा हुआ है। 1993 में मुंबई में हुए धमाके के बाद आजमगढ़ जिले के सरायमीर के रहने वाले अबू सलेम का नाम आने के बाद यह जिला अपराध से जुड़ गया था। पैसे की चकाचौंध के कारण जिले के बड़ी संख्या में युवक अबू सलेम से जुड़ते गए। और यह युवक मुंबई के रास्ते संयुक्त अरब अमीरात तक का सफर करने लगे। जिसके बाद जिले में हवाला की शुरूवात हो गई। इसमें कई गिरफ्तारियां भी हुई बावजूद इसके इस पर अभी तक लगाम नहीं लगाई जा सकी। आजमगढ़ जिले के मेंहनगर, विषहम, सरायमीर और मोहम्मदपुर के इलाके आज भी हवाला कारोबार से जुड़े हुए हैं। और यह पीएफआई के साफ्ट टार्गेट हैं। इस चंदे को चेन प्रक्रिया के तहत लिया जाता है। साभार डीबी।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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