वाहन परमिट सिर्फ कागजों तक सीमित,55 एरिया परमिट पर फर्राटे भर रहे हैं आठ सौ स्कूली वाहन

वाहन परमिट सिर्फ कागजों तक सीमित,55 एरिया परमिट पर फर्राटे भर रहे हैं आठ सौ स्कूली वाहन

जौनपुर। बच्चों को घर से स्कूल और स्कूल से घर तक पहुंचाने में एक घंटे से ज्यादा समय न लगे, सुरक्षित तरीके से वे स्कूल पहुंचे, जाम में फंसे भी तो ज्यादा देर न होने पाए इसके लिए सरकार ने करीब चार महीने पहले एरिया परमिट जारी करने का नियम बनाया।

उसके तहत 20 किलोमीटर तक ही चलने के लिए परमिट जारी किया जाना था। नियम दो महीने के भीतर लागू करना था, लेकिन जौनपुर जिले में यह कागजों तक सिमट कर रहा गया है। यहां महज 55 एरिया परमिट पर आठ सौ स्कूली वाहन दौड़ रहे हैं। बावजूद इसके अधिकारी मौन हैं।

अगस्त में वाराणसी में परिवहन विभाग की एक बैठक हुई थी। इसमें सभी जनपदों को यह निर्देश मिला कि शासन के निदेशानुसार एरिया परमिट जारी किया जाएगा। परिवहन विभाग के अनुसार, स्कूली वाहन बच्चों को एक घंटे के भीतर घर से स्कूल लाएं और स्कूल से घर पहुंचाएं इसके लिए यह परमिट जारी करने के लिए शासन से आदेश जारी हुआ था। इसे दो महीने के भीतर लागू करने की योजना बनी। इसके बाद एआरटीओ कार्यालय से सभी स्कूल संचालकों को नोटिस भेजकर एरिया परमिट लेने के लिए कहा गया। इसके लिए जागरूक भी किया गया, लेकिन कुछ दिन के बाद स्कूल संचालक भी शांत हो गए और परिवहन विभाग के अधिकारी भी मौन साध लिए। नतीजा हुआ कि आठ सौ स्कूली वाहनों में से महज 55 ने एरिया परमिट लिया। अब जिसको अपना परमिट नवीनीकरण कराना होता है वहीं एरिया परमिट बनवाता है। एआरटीओ प्रशासन एसपी सिंह बताते हैं कि परमिट न लेने वाले या नियम का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माने का भी प्रावधान है।
क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाते हैं बस में
स्कूली वाहनों में नियम तो है कि निर्धारित सीट संख्या के अनुसार ही बच्चों को बैठाया जाना चाहिए, लेकिन यहां कई स्कूल बसों में क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाने का मामला प्रकाश में आता है। कई बार तो अधिकारियों के दफ्तर के सामने से ही ऐसे वाहन गुजरते हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं देता। सोमवार को दीवानी तिराहा और जेल के समीप से गुजरने वाले दो स्कूली वाहनों में क्षमता से अधिक बच्चे बैठाए गए देखे गए। साभार ए.यू।

सांकेतिक चित्र

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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