एमडीएम (मिड डे मील) का खाना फेकने वाली शिक्षिका पर बीएसए ने की कार्रवाई,शिक्षिका सपना सिंह निलंबित

एमडीएम (मिड डे मील) का खाना फेकने वाली शिक्षिका पर बीएसए ने की कार्रवाई,शिक्षिका सपना सिंह निलंबित

जौनपुर। जौनपुर में मिड डे मील का खाना फेंके जाने का मामला सामने आया था. मड़ियाहूं तहसील के रामनगर ब्लॉक में बने आदर्श प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत अध्यापिका द्वारा मिड डे मील का खाना फेके जाने के मामले में एबीएसए ने बीएसए को रिपोर्ट सौंपी गई है.

रिपोर्ट के आधार पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोरखनाथ पटेल ने शिक्षिका सपना सिंह द्वारा मिड डे मील का खाना जमीन पर गिराए जाने के मामले में कार्रवाई करते हुए निलंबित कर मामले की जांच में जुटी हुई है.

शिक्षिका ने बताया ये कारण
दरअसल, मड़ियाहूं प्रथम प्राथमिक विद्यालय में बच्चों के लिए बनाया भोजन को स्कूल की एक शिक्षिका ने जमीन पर फेंक दिया. बताया जा रहा है कि टीचर का ये रूप देख बच्चों में भी दहशत का माहौल कायम हो गया था. सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार और एबीएसए स्कूल में पहुंचे थे. हालांकि, टीचर द्वारा खाना फेकने के पीछे जात-पात की दूषित मानसिकता बताई जा रही है. वहीं, मामले में आरोपी शिक्षिका ने खाना खराब बनने के कारण भोजन नष्ट करना की बात कही है.

200 बच्चों के लिए मेन्यू के मुताबिक बनाया गया था खाना
ऐसा बता जा रहा है कि मिड डे मील का भोजन बनाने के लिए अनुसूचित जाति की महिला सन्तरा देवी को रसोइया रखा गया है. जानकारी के मुताबिक मंगलवार को 200 बच्चों के लिए बाकायदा मेन्यू के मुताबिक चावल-दाल बनाया गया. आरोप है कि सहायक अध्यापिका सपना सिंह अचानक रसोई घर पहुंची और रसोईया पर भड़क गई. इसके बाद उन्होंने बनाए गए खाने को जमीन पर फेंक दिया. इस वजह से बच्चे को खाना नहीं मिल सका.

खंड शिक्षाधिकारी ने मांगा था स्पष्टीकरण
इस मामले में खंड शिक्षाधिकारी ने आरोपी टीचर सपना सिंह से लिखित स्पष्टीकरण मांगा था. सहायक अध्यापक सपना सिंह ने इस संबंध में बताया कि मैंने खाना फेंका है. इसका जो भी भुगतान होगा, अधिकारी कहेंगे तो हम भर देंगे, लेकिन जातिवाद का आरोप लगाया जा रहा है, जो सरासर गलत है.

आरोपी सहायक अध्यापिका ने दी जानकारी
इस मामले में आरोपी सहायक अध्यापिका सपना सिंह ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि विद्यालय में कई दिनों से बच्चों को खराब खाना परोसा जा रहा था. मासूम बच्चे लगातार उनसे खाने को लेकर शिकायत करते थे, जिसको लेकर उन्होंने अपनी तरफ से कई बार शिकायत की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. फिर भी बच्चों ने उनसे खराब खाने की शिकायत करना बंद नहीं किया. परेशान होकर उन्होंने मीडिया और शासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए खाने को खराब कर दिया है. साभार जी मीडिया।

फाइल फोटो 

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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