बक्सर । नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत स्टेशन रोड स्थित तीन होटलों में की गई छापेमारी के दौरान मौके से पकड़े गए जोड़ों के खिलाफ बारी-बारी से कार्रवाई की जा रही है।
इसके तहत पहले गिरफ्तार लड़कों तथा दो महिलाओं को जेल भेजने के बाद होटलों से बरामद लड़कियों का आइपीसी की धारा 164 के तहत कोर्ट में बयान दर्ज कराया गया। बयानों को सुनने के बाद कोर्ट के आदेश पर नौ बालिग युवतियों को अपने-अपने घर जाने की अनुमति दे दी गई। वहीं, मामले में तीनों होटलों के मालिकों को भी नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज कर फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है।
महिला थानाध्यक्ष ने दी जानकारी
इस संबंध में जानकारी देते हुए महिला थानाध्यक्ष कंचन कुमारी ने बताया कि होटलों में छापेमारी के दौरान कुल 21 युवतियों और किशोरियों को पकड़ा गया था। इनमें से दो महिलाओं को जेल भेजने के बाद शेष बची 19 की मेडिकल जांच कराने के बाद कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत कर आइपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया गया। तमाम बयानों को सुनने के बाद कोर्ट ने सभी युवतियों को उनके घर जाने की अनुमति दे दी, जबकि मौके से बरामद 10 किशोरियों को आगे की कार्रवाई के लिए बाल कल्याण समिति को सुपुर्द कर दिया गया है। फिलहाल इन सभी को अल्पावास गृह में रखा गया है।
बाल कल्याण समिति का यह कहना
इस संबंध में बाल कल्याण समिति के सदस्य डा. शशांक शेखर ने बताया कि कोर्ट द्वारा उनके यहा 10 बच्चियों को भेजा गया है। उनमें जो स्थानीय बच्चियां हैं, उनके अभिभावकों को सबूत के साथ बुलाया गया है और आने पर सबूतों का सत्यादन के बाद सभी अभिभावकों को बेहतर परवरिश और शिक्षा देने का निर्देश देते हुए उन्हें सुपुर्द कर दिया जाएगा। वहीं, राज्य से बाहर की बच्चियों के लिए उनकी पहचान सत्यापित की जा रही है। पहचान सत्यापित करने के बाद स्थानीय बाल कल्याण समिति को आगे की कार्रवाई के लिए सुपुर्द कर दिया जाएगा।
दो महिलाओं पर सरगना होने का शक
इस मामले में गिरफ्तार दो महिलाओं पर पुलिस को देह व्यापार गिरोह का सरगना होने का शक है। इस वजह से उन्हें पहले ही कोर्ट के आदेश पर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि इस मामले में पकड़े गए ज्यादातर जोड़े प्रेमी युगल थे। हालांकि, पुलिस के हाथ लगने के बाद उनकी कहानी बदल गयी। अब कोर्ट में दिए उनके बयान से केस का भविष्य तय होगा।
कुछ लड़कियां उत्तर प्रदेश की रहने वाली
होटलों से पकड़ी गई लड़कियों में कुछ उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं। इनके बारे में संबंधित जिले को सूचना देकर उनके बारे में रिपोर्ट मांगी जाएगी और उनके पते का सत्यापन कराया जाएगा। पकड़ी गई सभी नाबालिग लड़कियों को उनके परिवार में या परिवार के बाहर से किसी तरह की परेशानी नहीं हो, यह सुनिश्चित करने के बाद ही घर भेजा जाएगा। साभार जेएनएन।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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