अजीत सिंह हत्याकांड में पूर्व सांसद धनंजय सिंह को बड़ी राहत,कोर्ट से मिली जमानत

अजीत सिंह हत्याकांड में पूर्व सांसद धनंजय सिंह को बड़ी राहत,कोर्ट से मिली जमानत

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के चर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में आरोपी पूर्व सांसद धनंजय सिंह को बड़ी राहत मिली है. धनंजय सिंह लखनऊ की सीजेएम कोर्ट में हाजिर हुए थे. यहां सीजेएम कोर्ट से उन्हें जमानत दी.

धनंजय सिंह पर शूटर्स को शरण देने का आरोप है.

शूटर्स को शरण देने और जानकारी छिपाने का आरोप

इस मामले में रिमांड के दौरान शिवेंद्र उर्फ अंकुर ने कुबूल किया था कि अजीत सिंह पर ताबड़तोड़ फायरिंग करने के बाद सभी शूटरों को दिए गए असलहे संदीप उर्फ बाबा ने इकट्ठा किए थे. संदीप ने सारे असलहे गिरधारी को दिए और गिरधारी ने इन्हें अंकुर को दिए.

इसके बाद गिरधारी से असलहे लेने के बाद अंकुर उर्फ शिवेंद्र ने आजमगढ़ जेल में बंद ब्लॉक प्रमुख संजय यादव के भाई ओमकार यादव को दिए थे. जो अपनी स्कॉर्पियो में छुपाकर वापस आजमगढ़ चला गया था. वारदात के बाद वाले पूरे घटनाक्रम को समझने के लिए पुलिस टीम शिवेंद्र उर्फ अंकुर को फैजाबाद रोड के उस बस स्टेशन पर भी ले गई थी, जहां लाल रंग की कार से शिवेंद्र शूटरों का इंतजार कर रहा था और शूटर अपनी बाइक छोड़कर शिवेंद्र की कार से जाते सीसीटीवी में भी कैद हुए थे. इसके साथ ही गोमती नगर विस्तार के अलकनंदा अपार्टमेंट तक भी अंकुर उर्फ शिवेंद्र को ले जाया गया था, जहां घायल जय को प्राथमिक उपचार मिला था.

27 साल की उम्र में पहली बार विधायक बने थे धनंजय

महज 27 साल की उम्र में साल 2002 के विधानसभा चुनाव में धनंजय सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था. इसमें जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचने वाले धनंजय सिंह 2007 में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के टिकट पर विधायक चुने गए थे. इसके बाद में वो बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए. बसपा के टिकट पर 2009 का लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत दर्ज कर संसद में जौनपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था. साभार आज तक।

धनंजय सिंह, फाइल फोटो

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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