जौनपुर। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन से असंतुष्ट छात्र चुनौती दे सकेंगे। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में चुनौती मूल्यांकन की व्यवस्था को लागू कर दिया गया है। परीक्षा समिति के निर्णय पर इसे लागू भी कर दिया गया है।
यह व्यवस्था संबद्ध सभी महाविद्यालयों में लागू होगी।
मूल्यांकन के लिए दो विषय विशेषज्ञ या परीक्षकों का चयन कुलपति द्वारा किया जाएगा। दोनों विशेषज्ञों के प्राप्तांक का औसत निकालकर अंक जारी किया जाएगा। मूल प्राप्तांक से 20 फीसदी से अधिक का अंतर होने पर शुल्क के रूप में जमा ढाई हजार रुपये में से एक-एक हजार काटकर रकम लौटा दी जाएगी। परीक्षा नियंत्रक बीएन सिंह ने बताया कि ऐसी दशा में मूल परीक्षकों को नोटिस भेजा जाएगा। किसी परीक्षक के तीन से अधिक ऐसे मामले आने पर उसका मूल्यांकन का परिश्रमिक रोक दिया जाएगा। पांच से अधिक प्रकरण सामने आने पर परीक्षक को परीक्षा संबंधी कार्यों से दो वर्ष के लिए हटा दिया जाएगा और 10 से अधिक प्रकरण सामने आने पर परीक्षक की निजी विवरण पुस्तिका में प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज कर दी जाएगी। साभार ए. यू।
![]() |
सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
एक टिप्पणी भेजें