दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने विधायक रघुराज प्रताप सिंह की पत्नी द्वारा धोखाधड़ी और जालसाजी की शिकायत किए जाने के बाद एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. राजा भैया के नाम से मशहूर रघुराज प्रताप सिंह उत्तर प्रदेश के कुंडा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. इस मामले में उन्होंने अपनी पत्नी का विरोध करते हुए भाई का साथ दिया है.
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए राजा भैया ने कहा, "हम स्वभाविक रूप से अपने छोटे भाई के साथ हैं. अब एफआईआर हुई है तो जो उसकी सच्चाई है वो सामने आएगी. इसमें कोई चिंता की बात नहीं है. जहां तक हमारी जानकारी है कोई धोखाधड़ी नहीं हुई है. बाकी ये पूरा विवेचना का विषय है. ये सब घर-घर की कहानी है."
क्या लगाया है आरोप?
वहीं पुलिस ने बताया कि भानवी कुमारी सिंह ने अपनी शिकायत में कहा कि वह श्री दा प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड की निदेशक और बहुलांश शेयरधारक हैं, जिसका पंजीकृत कार्यालय लखनऊ में है. प्राथमिकी में कहा गया है कि एमएलसी अक्षय ने कुछ अचल-चल संपत्ति का स्वामित्व हड़पने के इरादे से खुद को कंपनी का निदेशक बताया और इसके लिए फर्जी हस्ताक्षर किए और जाली दस्तावेज पेश किए. अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
इस मामले में एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह समेत सात लोगों के खिलाफ ईओडब्ल्यू में धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश रचने सहित कई धाराओं में एफआइआर दर्ज कराई है. अक्षय प्रताप सिंह पर सीआरपीसी 420, 467, 468, 471,109 और 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है. बता दें कि यह पहली बार नहीं हुआ जब एमएलसी अक्षय प्रताप का नाम विवादों में आया है, इससे पहले एमएलसी अक्षय प्रताप फर्जी पते पर रिवॉल्वर का लाइसेंस लेने पर भी विवादों में रहे हैं. साभार एबीपी न्यूज।
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रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया, फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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