गाजीपुर। देश के प्रधानमंत्री से लेकर जजों तक में अपनी पैठ बताकर लोगों से करोड़ों की ठगी करने का आरोपी संजय प्रकाश राय आखिर पुलिस की पकड़ में आ ही गया। सोशल मीडिया पर खुद को कई कंपनियों का डायरेक्टर और कई मंत्रियों का करीबी बताता था। वह विधायक से सांसद तक का टिकट दिलाने से लेकर कोई भी ठेका और पद दिलाने का दावा करता था।
महाठग संजय प्रकाश राय उर्फ संजय शेरपुरिया को कानपुर रेलवे स्टेशन पर मंगलवार रात को STF ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। उसने STF के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। STF के इंस्पेक्टर सचिन कुमार ने इस मामले में FIR दर्ज कराई है। विशेष सीजेएम साक्षी गर्ग की कोर्ट ने 3 मई तक के लिए न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।
उद्योगपति गौरव डालमिया से छह करोड़ की डील में फंसा
STF के मुताबिक, संजय राय दिल्ली के उद्योगपति गौरव डालमिया से छह करोड़ रुपए की डील में फंसा है। उसने उनसे एक केंद्रीय जांच एजेंसी की जांच को बंद कराने का ठेका लिया था।
इसके इंटेलिजेंस से इनपुट मिलने पर केंद्रीय जांच एजेंसी और नोएडा STF ने जांच के बाद संजय को पूछताछ के लिए कानपुर से गिरफ्तार कर लिया। संजय राय पहले दिल्ली में रहता था। अब गाजीपुर में रहने लगा था। गुजरात में बड़ा कारोबारी रहा है।
STF सूत्रों के मुताबिक, संजय यूपी, दिल्ली और गुजरात में ठगी का गिरोह चला रहा है। उन्हीं के माध्यम से उद्योगपति गौरव डालमिया के संपर्क में आया था। संजय ने गौरव से छह करोड़ की डील की। ये रकम 21 और 23 जनवरी को लिया था। उसके बैंक खाते की जांच पड़ताल में ये बात सामने आई है। ये रकम संजय के यूथ रूरल एन्ट्रीप्रेन्यूर फाउंडेशन के खाते में ली थी। इसके बाद एलआईयू, एसटीएफ ने संजय के अन्य खातों और ऑफिस की जानकारी जुटानी शुरू कर दी थी।
इसी तरह गाजीपुर के एक ठेकेदार ए. अहमद को माइनिंग का ठेका दिलाने के नाम पर ढाई करोड़ वसूल लिए थे। वहीं, संजय प्रकाश राय को मनी लांड्रिंग, हवाला और टैक्स चोरी करने में भी लिप्त बताया गया है। STF इस दिशा में भी पड़ताल कर रही है।
संजय ने अलग-अलग नाम से बना रखी है अपनी आईडी
STF के मुताबिक, संजय प्रकाश राय मूल रूप से दिल्ली के सफदरगंज रोड पर रह रहा है। वह पहले कांडला एनर्जी एंड केमिकल लिमिटेड कंपनी का डायरेक्टर भी रहा है। कंपनी के बैंक की ओर से डिफाल्टर घोषित हो जाने पर यूपी के गाजीपुर जिले में रहने लगा। संजय ने अलग-अलग नाम से कई आईडी बनाकर कई कंपनी खोल रखे था। STF से कई नेताओं और व्यापारियों ने संजय प्रकाश राय की धोखाधड़ी की शिकायत की थी।
इसके आधार पर ही मंगलवार को कानपुर रेलवे स्टेशन पर दिल्ली से गाजीपुर जाते समय पकड़ लिया गया। वह सुहेलदेव एक्सप्रेस से कानपुर पहुंचा था। उसके पास से तीन आधार कार्ड और एक वोटर कार्ड मिला। एक आधार कार्ड पर संजय प्रकाश बालेश्वर राय, पता गुरुग्राम और दूसरे पर संजय शेरपुरिया, पता सेन्ट्रल दिल्ली लिखा था। वोटर कार्ड पर संजय प्रकाश राय, पता मोहम्मदाबाद, गाजीपुर और दूसरे वोटर कार्ड पर कंचन संजय प्रकाश राय पत्नी संजय प्रकाश राय लिखा था।
सोशल मीडिया पर कई नेताओं के साथ पोस्ट की थी फोटो
सोशल मीडिया पर संजय प्रकाश राय सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, आरएसएस प्रमुख से लेकर कई नेताओं और महान हस्तियों के साथ मौजूद हैं। इन तस्वीरों को वह फेसबुक और ट्विटर अकाउंट पर वायरल करता था।
यूथ रूरल फाउंडेशन बनाकर करोड़ों वसूले
STF के इंस्पेक्टर सचिन कुमार ने बताया कि संजय ने यूथ रूरल एन्ट्रीप्रीनियूर फाउंडेशन नाम से कम्पनी रजिस्टर्ड कराई। इसमें डमी डायरेक्टर बनाकर यह ठगी करता था। इसी में उद्योगपति से पैसा मंगाने पर वह फंस गया। इसका ब्योरा बैंक डिटेल में आ गया। साभार डीबी।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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