सुपौल। कहते है कि रिश्ते ऊपर वाला बनाता है, तभी तो 50 की उम्र में विधवा महिला को 55 साल का कुंवारा पति मिल गया. आज से दोनों एक-दूजे के होने की कसमें खाकर सैकड़ों लोगों के सामने 7 फेरे लिए.
ताज़ा मामला सुपौल जिले के निर्मली अनुमंडलीय अस्पताल के मुख्य द्वार के समीप का है, जहां स्थानीय लोगों ने एक बुजुर्ग दिव्यांग शख्स की बुजुर्ग विधवा महिला से शादी करवा दी है.
हिंदू रीति रिवाज के अनुसार, स्थानीय नागरिक इस शादी के गवाह बने, तो सात फेरे और माला पहना कर दोनों को पति पत्नी के बंधन में बांध दिया. दरअसल 55 वर्षीय दिव्यांग दूल्हा का नाम नथुनी यादव है, जो मधुबनी जिले के राजबलीगढ़ गांव का रहने वाला है, जबकि 50 वर्षीय दुल्हन गंगिया देवी औरंगाबाद जिले की निवासी है.
निर्मली अनुमंडलीय अस्पताल के समीप की रहने वाली मधुबाला देवी ने बताया कि दिव्यांग नथुनी यादव निर्मली बाजार में ही भीख मांग कर अपना जीवन यापन करता है, जो अब तक कुंवारा था. वहीं 50 वर्षीय गंगिया देवी विधवा है, जिसकी शादी होने के 2 वर्ष बाद ही उसके पति गुजर चुके थे.
घरवालों ने सहारा नहीं दिया तो भटकते भटकते इस इलाके में पहुंची और भीख मांगकर गुजारा करने लगी. ऐसे में दोनों के बारे में पूछने पर इस बातों की जानकारी ली तो स्थानीय लोगों ने दोनों का विवाह करवाने के बारे में सोचा. फिर दोनों की शादी कराने के बारे में चर्चा की और दोनों की राय ली. दोनों बुजुर्ग तैयार हो गए, तो देर रात इस अनोखी शादी की तैयारी समाज के बुजुर्ग लोगों ने शुरू कर दी.
निर्मली अनुमंडल अस्पताल में कार्यरत एएनएम और जीएनएम सहित कई स्टाफ शादी में शामिल हुए. इस अनोखे शादी को लेकर करीब एक घंटे तक अस्पताल के गेट के पास लोगों की भीड़ जुटी रही. शादी को लेकर दोनों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी.
इधर, स्थानीय युवक और ग्रामीण मोबाइल से शादी का वीडियो भी बनाते हुए नजर आए. दूल्हा और दुल्हन को नए कपड़े पहना कर सजाया और संवारा गया. फिर अस्पताल के मेन गेट के द्वार पर ही आग जलाकर दूल्हा-दुल्हन ने सात जन्मों तक जीने मरने का फेरा लिया. दूल्हा नथुनी यादव और दुल्हन गंगिया देवी ने एक दूसरे को माला पहना कर शादी की रस्म पूरी की. साभार न्यूज 18.
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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