खेतासराय (जौनपुर)। मरीजों का बेहतर इलाज के लिए गोरारी में सीएचसी बनाने की योजना लोगों को एक सपना जैसा लगता दिख रहा है। जमीन उपलब्ध हो जाने के बावजूद सीएचसी निर्माण का मामला अधर में लटका है।
नौ महीने पहले शुरू हुई कवायद फाइलों दब सी गई है।
बीते वर्ष नवंबर महीने में सोंधी से पीएचसी हटाकर मिहरावा सीएचसी में शिफ्ट करने का शासन से निर्देश हुआ था। यह जानकर लोगों में असंतोष फैल गया। सोंधी में पीएचसी बरकरार रहने के लिए कुछ समाजसेवियों ने पहल की। मामला खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चंद्र यादव तक पहुंची तो जनता की भावनाओं को देखते हुए पीएचसी को बरकरार रहने का भरोसा दिलाया।
सोंधी की पीएचसी मिहरावा सीएचसी में शिफ्ट होने से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सीएचसी के लिए जमीन तलाशना शुरू किया। कस्बा से गोरारी गांव में लगभग डेढ़ एकड़ जमीन मिल गई। ग्राम प्रधान ने सदस्यों के साथ बैठक कर प्रस्ताव पास कर दिया। लेखपाल और कानूनगो ने फाइल तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दिया। सीएचसी के लिए शुरू हुई पहल को नौ महीने बीत गए। फाइल कहां अटकी है यह किसी को पता नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के डाक्टर और कर्मचारी भी सीएचसी बनने को लेकर हैरान हैं। क्षेत्र के लोगों में सीएचसी बनने की आस सिमटती जा रही है। गांव की लेखपाल ममता शर्मा और कानूनगो अखिलेश यादव का कहना है कि जमीन की फाइल बनाकर वह भेज चुके हैं। साभार एचटी।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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