गाजीपुर। शहर कोतवाली क्षेत्र के तुलसी नगर निवासी एक युवक को कुछ दिन पहले कुछ युवकों ने पीटने के बाद गोली मार दी। पीड़ित जब मामले की शिकायत लेकर शहर कोतवाली पहुंचा तो पुलिस ने मामूली खरोंच बताकर मारपीट का केस दर्ज कर लिया।
यहां तक की युवक का मेडिकल भी नहीं कराया। पीड़ित रविवार को एमलसी विशाल सिंह चंचल के पास पहुंचा और पूरा मामला बताया। एमएलसी की सख्ती पर मेडिकल कराया गया। फिर सोमवार को ऑपरेशन हुआ तो कंधे से गोली मिली। मामले में एसपी ने जांच के बाद कोतवाल और चौकी प्रभारी को किया निलंबित कर दिया है।
तड़बनवां मुहल्ला निवासी आलोक बलवंत पुत्र जंगबहादुर बलवंत ने बताया कि वह अपने दोस्त विकास यादव के साथ प्रभातनगर पार्क में बैठकर पबजी गेम खेल रहा था। इसी दौरान अमित यादव व दो अन्य लोग पहुंचे और उससे मारपीट करने लगे। इस दौरान उन लोगों ने गोली चलाई जो कंधे में आकर फंस गई। शिकायत पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला मारपीट का बताया और गोली चलने से इनकार करने लगी। परिजनों के अनुसार कोतवाली में घायल आलोक से पुलिस ने एक सादे पेपर पर हस्ताक्षर कराया और कहा उसके कंधे पर लगी चोट लकड़ी से खरोंच की है। इसलिए इस केस में धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज नहीं हो सकता है। ऐसे में पुलिस ने दबाव बनाकर धारा 323 व 504 में मुकदमा दर्ज कर लिया था।
परिजनों के मुताबिक शहर कोतवाली पुलिस ने आलोक का मेडिकल परीक्षण तक नहीं कराया। बिना मेडिकल परीक्षण कराये ही पुलिस ने कह दिया था कि उसे गोली नहीं बल्कि लकड़ी के टुकड़े से खरोंच लगी है। खाकी की डर से पूरे सात दिन तक घायल युवक दर्द से कराहता रहा। उसके परिवार के लोग भी परेशान थे। ऐसे में परिजनों ने एक प्राइवेट पैथॉलाजी सेंटर पर उसके कंधे पर लगी चोट के स्थान का एक्स-रे कराया। जिसमें पता चला कि चोट वाले स्थान पर गोली फंसी हुई है।
परिजनों को पता चल गया कि गोली कंधे में फंसी हुई है तो वह न्याय की उम्मीद लेकर रविवार को एमएलसी विशाल सिंह चंचल के कार्यालय पर जनता दरबार में पहुंचे। पूरा प्रकरण संज्ञान में आने के बाद एमएलसी ने इंस्पेक्टर व सीओ सिटी से बात की। घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराने और ऑपरेशन कराने को कहा। इसके बाद आनन-फानन में सोमवार को मेडिकल कॉलेज में घायल का ऑपरेशन हुआ। डा. अरुण कुमार पाण्डेय ने घायल का आपरेशन कर कंधे में फंसी हुई गोली को निकाला। उन्होंने बताया कि देर होती तो युवक के जान को भी खतरा था।
गाजीपुर पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया, मामले में प्रथम दृष्ट्या घोर लापरवाही व अनियमितता सामने आ रही है। इसको देखते हुए शहर कोतवाल टीबी सिंह व चौकी इंचार्ज गोराबाजार अभिषेक सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही मामले में विभागीय जांच बैठा दी गई। एसपी सिटी ज्ञानेन्द्र प्रसाद पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देंगे। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। साभार एचटी।
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सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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