अंबेडकर नगर। यह घटना किसी फिल्मी पटकथा जैसी लगेगी, लेकिन है असली। यहां एक तरफ लालच, षड्यंत्र और संदेहजनक मौत है तो दूसरी तरफ न्याय के लिए लड़तीं तीन महिलाओं का संघर्ष।
कहानी ने शुक्रवार को उस समय रोचक मोड़ ले लिया जब करोड़ों रुपये की जमीन हड़पने की साजिश में पूर्व विधायक पवन पांडेय को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया।
मामले में पवन पांडेय सहित 12 लोग आरोपित हैं। पूरी कहानी जानने के लिए तीन वर्ष पीछे जाना पड़ेगा, जब 23 अक्टूबर, 2020 को उप्र के अंबेडकरनगर जिले के नासिरपुर बरवा निवासी अजय सिंह की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। खास बात यह कि मौत से दो घंटे पहले ही अजय की शादी नीतू सिंह से हुई थी। अजय अपने चालक मानू तिवारी को छोड़ने न्यौतरिया गए थे, जहां हादसा हो गया।
जब मां को लगी षड्यंत्र की भनक
मां और बहनों का आरोप है कि दुर्घटना कराई गई तथा नीतू ने शादी करके पूर्व विधायक और उनके करीबियों से अपने सुहाग का सौदा कर लिया। अजय की मौत के बाद षड्यंत्रकारियों ने इकरारनामा दिखाकर भूमि खरीदने का दावा किया, तो मां चंपा देवी, बहन किरन व विनीता को षड्यंत्र की भनक लगी।
उन्होंने तहरीर दी, लेकिन मुकदमा नहीं दर्ज हुआ। कार्रवाई न होने पर वे तत्कालीन जिलाधिकारी सैमुअल पाल से मिलीं। उनके निर्देश पर पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सिन्हा ने डेढ़ वर्ष बाद मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस से न्याय न मिलता देख मां और बहनों ने हाई कोर्ट की शरण ली तो 31 जनवरी, 2022 को जांच एसटीएफ लखनऊ को सौंपी गई। 19 नवंबर, 2022 को एसटीएफ ने नीतू सिंह को गिरफ्तार किया। आजमगढ़ के अतरौलिया इटायल भवानीपुर की रहने वाली नीतू अंबेडकरनगर जिला कारागार में बंद है।
अजय की मौत के बाद जमीन नीतू के नाम होनी थी
दरअसल, नीतू ने 23 अक्टूबर, 2020 को शादी करने से दो दिन पहले ही नगर पालिका में अजय सिंह की पत्नी के रूप में परिवार रजिस्टर में नाम दर्ज कराने का प्रार्थना पत्र दिया था। आर्य समाज मंदिर सफेदाबाद, बाराबंकी का फर्जी विवाह प्रमाण पत्र भी दाखिल किया, जिसमें अकबरपुर के अभिषेक तिवारी व लखनऊ के अमरेश यादव की झूठी गवाही पर नगर पालिका अकबरपुर के सर्वे अधिकारी जयराम यादव व अजय तिवारी की मदद से नीतू का नाम अजय की पत्नी के रूप में दर्ज करा दिया गया। अजय की मौत के बाद पूरी जमीन नीतू के नाम आनी थी।
साजिश में थे ये नाम शामिल
एसटीएफ ने बाराबंकी से किया गिरफ्तार चंपा देवी का आरोप है कि षड्यंत्रकारियों में शामिल पवन पांडेय के करीबी जौनपुर शाहगंज के मुकेश तिवारी ने 20 लाख रुपये में 28 बिस्वा भूमि खरीदने के लिए उनके बेटे अजय सिंह को नशे का इंजेक्शन देकर 25 अगस्त, 2020 को फर्जी इकरारनामा करा लिया गया था ताकि अजय की मौत के बाद जमीन की मालिक बनने वाली नीतू सारी जमीन उसको दे दे। इस साजिश में गोविंद यादव, लाल बहादुर सिंह, दीपनारायन भी शामिल थे।
पूर्व विधायक को गिरफ्तार किया गया
23 अक्टूबर, 2020 को शीला सिंह, रेखा सिंह ने गांव में ही अजय सिंह की नीतू सिंह से फर्जी शादी कराई। एसटीएफ ने धोखाधड़ी, साजिशकर्ता सहित अन्य धाराओं में वांछित पूर्व विधायक पवन पांडेय को शुक्रवार दोपहर बाराबंकी के भिटरिया से गिरफ्तार किया था। वर्ष 1991 में पवन पांडेय अकबरपुर विधानसभा सीट से शिवसेना के टिकट पर जीते थे। अंबेडकरनगर के अपर पुलिस अधीक्षक संजय राय ने कहा कि पवन पांडेय को न्यायालय में पेश करने के बाद पुलिस अभिरक्षा में अंबेडकरनगर जेल भेजा गया है। साभार जेएनएन।
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सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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