गाजीपुर। फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे मदरसे में सहायक टीचर की नौकरी करने वाली बहादुरगंज की पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष निकहत परवीन को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
इस मामले में विवेचना के दौरान पुलिस ने कई और नाम जोड़े हैं जिसमें कभी गाजीपुर बीएसए ऑफिस में बाबू रहे परवेज जमाल का भी नाम है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
जमाल वर्तमान में संयुक्त निदेशक, कार्यालय वाराणसी में कार्यरत है। वह विगत कई दिनों से अपने कार्यस्थल पर भी नहीं देखा जा रहा है। परवेज के रिश्ते माफिया मुख्तार अंसारी से भी बताए जा रहे हैं। बता दें कि पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष निकहत की फर्जी डॉक्यूमेंट के आधार पर नियुक्ति में बेसिक कार्यालय के तत्कालीन कर्मचारी परवेज जमाल की भूमिका भी विवेचना के दौरान सामने आई है। पुलिस की जांच में यह तथ्य सामने आया है कि जमाल भी सुनियोजित तरीके से फर्जी मार्कशीट के आधार पर निकहत परवीन की नियुक्ति करने की साजिश में शामिल था। इसी आधार पर पुलिस ने एफआईआर में परवेज का भी नाम जोड़ लिया। इस बात की भनक लगते ही जमाल सहित उसके घरवाले घर से फरार है। वर्तमान में उसके घर में ताला बंद है। बता दें कि फर्जी अंक पत्र के आधार पर शिक्षक बनी बहादुरगंज नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष निकहत को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में विवेचना के दौरान तत्कालीन मदरसा प्रबंधक नजीर की भी पुलिस तलाश कर रही है। साभार एचटी।
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सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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