मुरादाबाद। डिलारी थाने में तैनात महिला दारोगा ने दहेज उत्पीड़न के मामले में नाम हटाने के लिए पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। सोमवार को एंटी करप्शन की टीम ने महिला दारोगा पिंकी शर्मा को पांच हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था।
मंगलवार को दारोगा को बरेली की एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया गया। जहां से आरोपित महिला दारोगा को जेल भेज दिया गया। इसके साथ ही एसएसपी हेमराज मीना ने दारोगा को निलंबित कर दिया है।
डिलारी थाना क्षेत्र के बढेरा निवासी किसान हशमत अली ने एंटी करप्शन कार्यालय में जाकर शिकायत की थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि मेरठ के परतापुर निवासी महिला दारोगा पिंकी शर्मा डिलारी थाने में तैनात है।
नाम हटाने को मांगी थी 25 हजार की रिश्वत
दहेज उत्पीड़न के मामले में नाम हटाने के लिए महिला दारोगा पिंकी शर्मा ने हशमत से 25 हजार रुपये की रिश्वत मांग रही हैं। इस पर टीम ने हशमत अली को तय योजना के अनुसार पांच हजार रुपये के साथ डिलारी थाने भेज दिया था।
सोमवार को हशमत अली ने पांच हजार रुपये देते हुए कहा कि 20 हजार रुपये काम होने के बाद देंगे। जैसे ही महिला दारोगा ने रकम हाथ में ली। मौके पर मौजूद एंटी करप्शन की टीम ने दारोगा को रंगे हाथ पकड़ लिया था।
मंगलवार दोपहर पिंकी को बरेली स्थित कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। एसएसपी हेमराज मीना ने बताया कि महिला दारोगा को निलंबित करने की कार्रवाई की गई है। साभार जेएनएन।
![]() |
फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
एक टिप्पणी भेजें