गाजीपुर। नंदगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में छेड़खानी के एक मामले में लीपापोती करना एसआई और सिपाही को भारी पड़ गया। पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने मामला संज्ञान में आने के बाद जांच कराकर दोनों को निलंबित कर दिया।
नंदगंज थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी पीड़िता ने छेड़खानी की शिकायत बीते दिनों थाने में की थी। युवती अपनी भाभी के साथ बीते 29 अक्तूबर की शाम साढ़े सात बजे सड़क की तरफ गई थी। इसी दौरान बगल के गांव के दो युवक अपनी वाहन से पहुंचे। दोनों का हाथ खींचकर वाहन में बैठाने लगे। इसपर युवती चिल्लाने लगी। इससे डरकर दोनों युवकों ने उन्हें ढकेल दिया। इसके बाद आरोपी दोनों को गाली देते हुए भाग गए। पीड़िता ने मामले की लिखित तहरीर थाने में दी। लेकिन थाने के एसआई मोरध्वज दुबे और सिपाही संपूर्णानंद ने लीपापोती कर दी।
आरोप है कि दोनों ने थानाध्यक्ष को बिना जानकारी दिए आरोपी युवकों का धारा 151 में चालान कर दिया, जबकि इस प्रकरण में मुकदमा दर्ज कर प्रभावी कार्रवाई की जानी चाहिए थी। पीड़िता के मुताबिक इसके बाद दोनों आरोपी घर पर आकर धमकाने लगे। इसपर एक अक्तूबर को शिकायत पुलिस अधीक्षक से की। एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी सिटी ज्ञानेंद्र प्रसाद से जांच कराई। वे मौके पर गए तो शिकायत की पुष्टि हुई।
एसपी सिटी की जांच आख्या पर एसपी ने मामले में नियमानुसार कार्रवाई न करने और लापरवाही बरतने के आरोपी एसआई और आरक्षी को निलंबित कर दिया। बताया कि नंदगंज पर तैनात एसआई मोरध्वज दुबे व आरक्षी संपूर्णानंद को महिला संबंधी अपराध की घटना की सूचना प्राप्त होने पर प्रकरण में विधि सम्मत कार्रवाई न किए जाने और प्रकरण में लापरवाही व अनुशासनहीनता बरतने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध विभागीय जांच के आदेश दिए गए है।
वहीं, इस संबंध में थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित युवती की तहरीर के आधार पर दोनों के खिलाफ थाने में छेड़खानी सहित अन्य धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। साभार ए यू।
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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