बदायूं । जिले में पोस्टमार्टम का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पर पोस्टमार्टम के दौरान एक महिला के शव की आंखें निकालने का मामला सामने आया है।
परिजनों के आरोपों पर जिलाधिकारी ने मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कहा है कि पुन: पोस्टमार्टम कराकर रिपोर्ट सौंपी जाए। परिजनों ने पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक या कर्मचारी पर आंखे निकाल लेने और लापरवाही का आरोप लगाया है।
दहेज के लिए हत्या..फिर शव से निकाल ली आंखें मुजरिया थाना क्षेत्र के रसुला गांव की रहने वाली पूजा (20) की कथित तौर पर दहेज के लिए हत्या कर दी गई और उसका शव रविवार को जिले के मुजरिया इलाके के रसूला गांव में लटका हुआ मिला था। सोमवार को शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। जब शव परिजनों को सौंपा गया तो उसकी आंखें नहीं थीं। इसकी जानकारी जब महिला के मायके वालों को हुई तो वह उसके ससुराल पहुंचे। परिजनों के मुताबिक ससुराली शव को छोड़कर घर से भाग गए थे। इसके बाद उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए बदायूं पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। परिजनों ने जब घर जाकर शव को देखा तो वह अचंभित रह गए। क्योंकि, महिला की दोनों आंखें गायब थीं। इसके बाद परिजनों में हड़कंप मच गया। उन्होंने मामले की शिकायत जिला अधिकारी से की है।
परिजनों का आरोप है कि पोस्टमार्टम के दौरान आंखें निकाल ली गईं। परिजन जिलाधिकारी मनोज कुमार के पास पहुंचे और चिकित्सक तथा कर्मचारियों पर अंग तस्करी में शामिल होने का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की।
कुमार ने कहा, ‘‘मृतका के परिजनों ने मुझसे मुलाकात की और कार्रवाई के लिए शिकायत दी है। शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाएगा और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रदीप वार्ष्णेय बताया है कि जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि वीडियोग्राफी के साथ शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराकर रिपोर्ट सौंपी जाए। साभार पीके।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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