शिक्षकों की लापरवाही और अभिभावकों की अनदेखी से कड़ाके की ठंड में ठिठुरते हुए स्कूल जा रहे नौनिहाल

शिक्षकों की लापरवाही और अभिभावकों की अनदेखी से कड़ाके की ठंड में ठिठुरते हुए स्कूल जा रहे नौनिहाल

जौनपुर। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की लापरवाही और अभिभावकों की अनदेखी के चलते 20 हजार 600 छात्र-छात्राओं को ड्रेस, जूता-मोजा खरीदने की धनराशि नहीं मिली सकी है। ऐसे में इस कड़ाके की ठंड में नौनिहाल बिना जूता-मोजा और स्वेटर के स्कूल जाने को बाध्य हैं।

छह माह तक शिक्षक और अभिभावक बच्चों के खातों में दर्ज आधार कार्ड में संशोधन नहीं करा पाए। इसके चलते छात्र-छात्राओं की ड्रेस, जूता-मोजा की खरीद नहीं हो सकी।

जिले के 2807 परिषदीय स्कूलों में 4.13 लाख छात्र पंजीकृत हैं। चालू सत्र में परिषदीय स्कूलों में अध्ययनरत छात्रों के अभिभावकों के खातों में डीबीटी के माध्यम से ड्रेस, जूते, मोजे व स्वेटर के लिए 1100 रुपये की धनराशि भेजी जानी थी। जिले में अभियान चलाकर खातों में आई त्रुटि को सुधारने की जिम्मेदारी शिक्षकों को दी गई। शिक्षक और अभिभावक छह माह तक चले अभियान के बाद भी खाते में आई त्रुटि को ठीक नहीं करा सके। इसके चलते जिले के 20 हजार 600 हजार छात्र-छात्राओं को सरकार की योजना का लाभ नहीं मिला पा रहा है। चालू सत्र बीतने वाला है लेकिन अभी तक छात्र-छात्राएं बिना जूता, मोजा, स्वेटर, ड्रेस के ही स्कूल पहुंच रहे हैं। जिले के 2807 परिषदीय विद्यालयों में प्राथमिक विद्यालय 1930, उच्च प्राथमिक विद्यालय 411 और कंपोजिट विद्यालय की संख्या 466 है।

अभिभावक और छात्रों के आधार का नहीं हो पाया सत्यापन

अभिभावक और छात्रों के आधार कार्ड का सत्यापन नहीं हो पाने के कारण डीबीटी की धनराशि खाते में नहीं भेजी जा सकी है। 11 हजार 196 अभिभावक ऐसे हैं जिनके आधार का सत्यापन नहीं हो पाया है। इससे आधार से खाता जुड़ नहीं पाया है। इसी प्रकार 8000 हजार छात्र-छात्राएं ऐसे हैं, जिनके आधार का सत्यापन नहीं हो पाने से उनको डीबीटी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

छात्र और अभिभावकों के आधार का सत्यापन नहीं हो पाने से करीब 20 हजार अधिक छात्र डीबीटी के लाभ से वंचित हैं। शिक्षकों को आधार कार्ड का सत्यापन कराने के लिए लगाया है। कुछ छात्र तो कुछ अभिभावकों के आधार कार्ड मैच नहीं हो पा रहा है। इससे डीबीटी की धनराशि उनके खाते में भेजने में दिक्कत आ रही है।-डाॅ.गोरखनाथ पटेल, बीएसए। ए.यू।

फाइल फोटो

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
parmartimes@gmail.com

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